ठाणे. ठाणे मनपा की आगामी 20 तारीख को होने वाली महासभा प्रत्यक्ष रूप से सदस्यों की मौजूदगी में लेने की मांग भाजपा के वरिष्ठ नगरसेवक नारायण पवार ने की है. पवार ने आश्चर्य जताया है और मनपा प्रशासन से सवाल किया है कि जब शहर में दुकानों को रात साढ़े नौ तथा होटल और बार को साढ़े ग्यारह बजे तक खोलने की अनुमति दी गयी है तो आखिर महासभा को वेबिनार के जरिये लेने का निर्णय क्यों किया गया है. प्रत्यक्ष रूप से महासभा करने को लेकर टालमटोल क्यों की जा रही है?
पवार ने मनपा आयुक्त डॉक्टर विपिन शर्मा, महापौर नरेश म्हस्के तथा मनपा सचिव अशोक बुरपल्ले को लिखे पत्र में बताया है कि जिस तरह कोरोना नियमावली के तहत सभी एहितयात बरतते हुए संसद और राज्य में अधिवेशन की बैठक संपन्न हुई थी, उसी तर्ज पर मनपा की सभा का आयोजन किया जाए. पवार का कहना है कि मनपा के पारदर्शक कार्यभार तथा शहर के विकास से संबंधित प्रश्नों पर ठीक से चर्चा करने के लिए वेबिनार सभा के बदले प्रत्यक्ष रूप से सदस्यों की मौजूदगी में सभा का आयोजन जरूरी है. पवार ने बताया है की आगामी महासभा में कई महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होनी है, ऐसे में पारदर्शक कार्यभार के लिए प्रत्यक्ष रूप से सदस्यों की मौजूदगी में महासभा लेना जरूरी है. पवार ने इससे पूर्व हुई वेबिनार बैठक में उनकी और कुछ अन्य सदस्यों की आवाज़ को म्यूट किये जाने का आरोप लगाया था. उनका कहना है कि आवाज़ म्यूट किये जाने के अलावा प्रश्नोत्तर नहीं हो पाता है और अधिकारियों की तरफ से जबाब नहीं मिल पाता है.
बार और रेस्टोरेंट खुल सकते हैं तो महासभा क्यों नही हो सकती?
होटल तथा बार व्यवसायिकों की मांग को देखते हुए मनपा ने होटल-बार को रात साढ़े ग्यारह बजे तक खोलने की अनुमति दी थी, उसके बाद दुकानदारों की मांग को ध्यान में रखते हुए दुकानों की समय सीमा को सायं 7 से बढ़कर साढ़े 9 कर दिया गया है. ऐसे में पवार का कहना है कि जब होटल और दुकानें देर तक खुली रह सकती हैं तो महासभा प्रत्यक्ष रूप से क्यों नहीं ली जा सकती है? पवार ने शहर के गडकरी रंगायतन व डॉ. काशिनाथ घाणेकर सभागृह दोनों में से किसी एक स्थान पर सभा लेने की राय दी है. इससे पूर्व मनपा की दो महासभा वेबिनार के जरिये हुई थी, लेकिन दोनों बैठक में बड़े पैमाने पर अव्यवस्था का आरोप भाजपा ने लगाया था.