मरीजों के बारे में लापरवाही बरतने वालों पर होगा केस दर्ज

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कल्याण. कोरोना मरीजों की संख्या को कंट्रोल करने के लिए  केडीएमसी प्रशासन ने गंभीर रुख अपनाते हुए कोविड टेस्टिंग बढ़ाने की तरफ विशेष ध्यान केंद्रित किया हैं. कोविड टेस्टिंग बढ़ाकर  कोरोना पॉजिटिव मरीजों का समय पर उपचार कर  मुत्यु दर में कमी ला सकते हैं. कोरोना टेस्टिंग बढ़ा कर कोरोना की चेन तोड़ने में मदद हो सकती हैं और मरीजों की संख्या पर लगाम लगा सकते है. इसके साथ ही कल्याण-डोबिंवली में निजी ओपीडी चलाने वाले डॉक्टरों के बारे में बात करते हुए कमिश्नर सूर्यवंशी ने कहा कि कोविड टेस्ट और मरीजों के बारे में लापरवाही करने की शिकायत आने पर सख्त रुख अपनाने और लापरवाह डॉक्टरों  के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कराने का निर्णय लिया हैं.

‘फैमिली डॉक्टर कोरोना फायटर’ संकल्पना के अनुसार कई निजी डॉक्टर कल्याण-डोंबिवली मनपा  प्रशासन को कोरोना महामारी से लड़ने में सहयोग कर रहे हैं. कुछ निजी डॉक्टर बुखार,सर्दी खांसी आदि के  मरीजों की जांच करते हैं, कोरोना टेस्ट नहीं करते हैं जिससे कई बार मरीज कोरोना के अधिक ग्रस्त होकर बाद में कोरोना अस्पताल में भर्ती होते हैं. जबकि ऐसे मरीजों को तुरंत आईसीयू की जरूरत होती हैं. ऐसे मरीजों का समय रहते उचित उपचार नहीं होने से मृत्यु दर बढ़ती हैं. उपचार में लापवाही करने वाले निजी डॉक्टरों के खिलाफ़ पुलिस में आपराधिक मामला दर्ज कराने आदेश मनपा कमिश्नर ने दिया हैं.

17 जगहों पर एंटीजन टेस्ट केंद्र शुरू

कल्याण-डोंबिवली मनपा प्रशासन ने 17 जगहों पर एंटीजन टेस्ट केंद्र शुरू किए हैं. उक्त केंद्रों पर मरीजों का फ्री एंटीजन टेस्ट किया जा रहा हैं. करोना के लक्षण दिखने वाले मरीजों और सर्दी, बुखार, खांसी के मरीजों को उक्त केंद्रों पर जाकर जांच करानी चाहिए ऐसा आवाहन डॉ.प्रतिभा पानपाटिल ने किया हैं.