सिडको कलंबोली में लगाएगी STP पुनर्प्रक्रिया केन्द्र

  • दूर होगी पीने के पानी की किल्लत

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नवी मुंबई. पनवेल मनपा क्षेत्र में पानी की किल्लत को दूर करने सिडको ने नयी तैयारी कर ली है. इसके लिए सिडको ने कलंबोली में 30 एमएलडी क्षमता का नया एसटीपी प्लांट स्थापित किया है, जहां से जलापूर्ति का नया नियोजन किया गया है.

मिली जानकारी के अनुसार कलंबोली के इस अवजल संशोधन केन्द्र से हर 20 से 25 एमएलडी प्रदूषित पानी पर प्रक्रिया की जाती है. वहीं कामोठे के मलनिस्सारण केन्द्र से हर दिन 20 से 25 एमएलडी पानी पर प्रक्रिया की जाती है. कंलोबली और कामोठे के केन्द्रों से हर दिन 45 एमएलडी पानी कलंबोली के एसटीपी में जमा होती है. इस पर पुनर्प्रक्रिया केन्द्र में 41 एमएलडी पानी पर प्रक्रिया की जाएगी, जहां से 30 एमएलडी पानी का पुनर्उपयोग करने की तैयारी है. सिडको के अनुसार इस पानी को तलोजा औद्योगिक क्षेत्र की कंपनियों को उपलब्ध कराया जाएगा. इससे सिडको नोड में पीने के पानी की सप्लाई बढ़ेगी जो आज की जरूरत है.

2021 तक प्रोजेक्ट पूरा करने का लक्ष्य

सिडको ने सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट से ट्रीट होने वाले पानी का नियोजन करने और पुनर्प्रक्रिया प्रोजेक्ट की लागत और तकनीकी पहलुओं की जानकारी लेने सलाहकार की नियुक्ति कर ली है. इसके लिए सलाहकार ने तकनीकी व्यवहारिकता रिपोर्ट प्रस्तुत कर दी है, जिसमें कलंबोली मलनिस्सारण केन्द्र का अपग्रेडेशन, नया पुनर्प्रक्रिया केन्द्र स्थापित करने का खर्च, एसटीपी से तलोजा एमआईडीसी तक पानी की पाईल लाईन बिछाने और उसके 20 वर्षों की देखभाल और मरम्मत का काम शामिल है. साथ ही इसके लिए पनवेल मनपा को दिया जाने वाला शूल्क और प्रशासकीय खर्च क्या होगा इसका भी उल्लेख किया गया है. सिडको ने वर्ष 2021 तक इस एसटीपी पुनर्प्रक्रिया केन्द्र को पूरा करने का लक्ष्य रखा है.