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ठाणे. ठाणे मनपा क्षेत्र में कोरोना को काबू करने के लिए चेज दी वायरस, डि फिट दी वायरस प्रणाली तीन महीने पहले शुरू की गई थी. आखिरकार तीन महीने बाद इस प्रणाली कि बदौलत मृत्यु दर केवल 1 प्रतिशत पर आ पहुंची है. पिछले तीन महीनों में ठाणे मनपा क्षेत्र में कोरोना को काबू करने में मनपा की विजय हुई है. ठाणे जिले में सभी मनपाओं ने जितनी जांच की है उससे अधिक जांच ठाणे मनपा द्वारा करने के बावजूद केवल 6 प्रतिशत मरीज ही कोरोना पॉजिटिव मिले हैं. अन्य मनपाओं की तुलना में ठाणे मनपा क्षेत्र में मरीजों की संख्या बहुत ही कम है.

चेस दी वायरस, डिफिट दी वायरस प्रणाली

पिछले तीन महीनों में जीपीएस सिस्टम के साथ एक अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष, उपलब्ध विस्तरों का डैशबोर्ड, ऐप के उपयोग से प्रभावित मरीजों की पूरी जानकारी, कंटेन्मेंट क्षेत्र का नक्शा, परीक्षण के लिए मोबाइल वैन की सुविधा की मदद और भविष्य में विशेष रूप से पर्याप्त आईसीयू और वेंटीलेटर सुविधाओं की उपलब्धता की तैयारी करने वाली पहली मनपा साबित हुई है. इस अत्याधुनिक नियंत्रण कक्ष के माध्यम से कोरोना को चेस कर डिफिट किया जा रहा है. 

अन्य मनपाओं का भार

वर्तमान में ठाणे मनपा पूरे जिले के कोरोना मरीजों का भार उठा रही है. अन्य महानगरपालिका क्षेत्रों के लगभग 30% रोगियों का ठाणे मनपा अस्पतालों में इलाज चल रहा है.

मृत्यु दर पर लगा अंकुश 

ठाणे मनपा आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा ने 24 जून को मनपा आयुक्त का चार्ज लिया था. तब ठाणे में मृत्यु दर 5 फीसदी के आसपास था, लेकिन अब तीन महीने के उनके इस कार्यकाल के दौरान आधा होकर तीन फीसदी पर आ गया है.  तीन महीने से यह दर स्थिर है और और कम करने का प्रयास मनपा प्रशासन की तरफ से किया जा रहा है. अन्य महानगर पालिका जहां अपने रिकार्ड में सिर्फ एक महीने का मृत्यु दर ही दिखा रही है तो मनपा अब तक का मृत्यु दर दिखा रही है. यदि एक महीने में हुए कोरोना से मृतकों का प्रतिशत पर नजर डाले तो वह मात्र एक फीसदी है जो कि अन्य महानगर पालिकाओं की तुलना कही अच्छा माना जा रहा है. साथ ही टेस्ट करने में भी ठाणे मनपा अन्य महानगर पालिकाओं की तुलना में आगे है. 

मनपा का कोरोना के संदर्भ में आंकड़ा 

डिस्चार्ज रेट – 86 फीसदी 

मृत्युदर – 2.83 फीसदी  टक्के 

हिट रेट – 11.96 फीसदी 

कोरोना मरीज का दोगुना होने का प्रमाण – 70 दिन