नवी मुंबई. खारघर (Kharghar) के सेक्टर-33 (Sector-33) के पास से गुजरने वाली खाड़ी में किसी ने घातक रसायन (Chemicals) फेंक दिया था। जिसकी वजह से खाड़ी में भारी संख्या में मछलियों (Fishes) के मरने का मामला सामने आया है। खाड़ी में मछलियों के मरने की इस घटना से खारघर में प्रदूषण बढ़ने का भय यहां पर रहने वाले नागरिकों को सताने लगा है।
गौरतलब है कि खारघर में प्रदूषण की मात्रा की जांच करने के लिए कुछ माह पहले यहां पर सफेद रंग का कृतिम फुफ्फुस लगाया गया था। जो 10 दिनों में काला पड़ गया था। जिसके बाद से यहां के नागरिकों में प्रदूषण को लेकर भय पैदा हो गया था। अब यहां की खाड़ी में मछलियों के मरने की घटना हुई है। जिसने यहां पर रहने वाले नागरिकों को चिंता में डाल दिया है।
रोजी-रोटी छीनने का खतरा
खारघर के तहत आने वाले पेठगांव के निवासी सचीन वास्कर ने बताया कि सिडको के द्वारा भूमि का अधिग्रहण करने के बाद से नवी मुंबई के भूमिपुत्रों के पास सिर्फ मछली पकड़ने व उसे बेचने का काम ही शेष बचा हुआ है।खाड़ी के पानी में बढ़ते प्रदूषण के कारण इस काम पर बुरा असर पड़ने लगा है। जिसकी वजह से इस काम को करने वाले मछुआरों की रोजी-रोटी छीनने का खतरा बढ़ने लगा है।