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महापौर ने शहरवासियों की स्वास्थ्य सुरक्षा का हवाला देकर आयुक्त के आदेश को किया स्थगित

भिवंडी. वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के संक्रमण प्रसार को देखते हुए भिवंडी मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर शहर स्थित 4 सांस्कृतिक केंद्रों में क्वारन्टीन सेंटर बनाए जाने का आदेश संबंधित मनपा अधिकारियों को दिया है. मनपा द्वारा निर्मित सांस्कृतिक केंद्रों में 500 बेड का क्वारन्टीन सेंटर बनाया जाना है. महापौर प्रतिभा पाटिल को  रहिवासी क्षेत्रों में स्थित सांस्कृतिक केंद्रों में क्वारन्टीन सेंटर बनाए जाने की सूचना मिलते ही उन्होंने जन स्वास्थ्य सुरक्षा का हवाला एवं जनप्रतिनिधियों की खिलाफत के मद्देनजर तत्काल आयुक्त के आदेश को स्थगित प्रदान किया है.

महापौर प्रतिभा पाटिल ने क्वारन्टीन सेंटर को रहिवासी क्षेत्रों की बजाय  भिवंडी शहर से दूर पोगांव में  निर्माण किए जाने का आदेश दिया है. क्वारन्टीन सेंटर निर्माण को लेकर महापौर प्रतिभा विलास पाटिल एवं आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर के बीच हुए मतभेदों की वजह से कोरोना प्रसार के मद्देनजर उपचार हेतु बेहद आवश्यक क्वारन्टीन सेंटर निर्माण में बिलम्ब के प्रबल आसार दिखाई पड़ने लगे हैं, जिससे जागरूक शहरवासियों में गंभीर चिंता फैल गई है. 

बता दें कि भिवंडी शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में वैश्विक महामारी कोरोना के निरंतर बढ़ते प्रकोप की वजह से भिवंडी शहर स्थित मुंबई नासिक बाईपास स्थित आमंत्रा इमारत के बगल निर्मित क्वारन्टीन सेंटर मरीजों से फुल हो चुका है, वहीं डेडीकेटेड कोविड-19 आईजीएम अस्पताल में 100 बेड की क्षमता से अधिक कोरोना संक्रमित मरीजों का उपचार चल रहा है. सूत्रों की मानें तो, मुंबई- नासिक महामार्ग स्थित आमंत्रा इमारत के बगल स्थित क्वारन्टीन सेंटर फुल हो जाने से मनपा प्रशासन के समक्ष अन्य क्वारन्टीन सेंटर जल्द निर्माण किए जाने की मजबूरी हो चुकी है. मनपा आयुक्त डॉ. प्रवीण आष्टीकर द्वारा  मनपा द्वारा निर्मित सांस्कृतिक केंद्रों में क्वारन्टीन सेंटर बनाए जाने का फैसला लिया गया बावजूद महापौर श्रीमती प्रतिभा विलास पाटिल द्वारा  जन स्वास्थ्य सुरक्षा का हवाला देते हुए सांस्कृतिक केंद्रों में क्वारन्टीन सेंटर निर्माण को स्थगित प्रदान कर कार्य को रोक दिया है.

उक्त संदर्भ में आयुक्त डाक्टर प्रवीण आष्टीकर ने कहा कि शासन के निर्देशों के तहत ही क्वारन्टीन सेंटर निर्माण होगा.पोगांव में क्वारन्टीन सेंटर की क्षमता से कम जगह है. क्वारन्टीन सेंटरों में मरीजों की जरूरी सुबिधा पानी, शौचालय,बिजली आदि तमाम जरूरी संसाधन अल्प समय में पोगांव स्थित गोडाउन में मुहैया कराया जाना नितांत कठिन है बावजूद सांस्कृतिक केंद्रों में जरूरी सुविधाएं पहले से ही मौजूद हैं.