ठाणे. ठाणे जिला प्रशासन ने जिले में कोरोना के मामले बढ़ते देख और दूसरी लहर की आने की संभावना को देखते हुए तक़रीबन 4 हजार स्कूल और जूनियर कॉलेज को 31 दिसंबर तक बंद रखने का निर्णय लिया है. बता दें कि राज्य सरकार के शिक्षा विभाग ने शुक्रवार को कहा कि स्कूल और कॉलेजों को फिर से खोलने के फैसले को लेकर स्थानीय प्रशासन निर्णय लें. जिसके बाद पालकमंत्री एकनाथ शिंदे ने जिले के सभी निजी और सरकारी स्कूलों को बंद रखने का निर्देश जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर को दिया था.
बता दें कि दिवाली के त्यौहार के बाद विशेष कर जिले के तीन महानगर पालिका क्षेत्र क्रमश: ठाणे, कल्याण-डोंबिवली और नवी मुंबई के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना वायरस मामलों की संख्या तेजी से बढ़ी है. साथ ही उत्तर भारत में कोरोना का दूसरी लहर आ चुकी है, जो कि कभी भी महाराष्ट्र में भी प्रवेश कर सकती है. लिहाजा शुक्रवार को 23 नवंबर से खुलने वाले स्कूलों को विचार-विमर्श करके 31 दिसंबर तक स्कूलों, कॉलेजों को बंद रख एक जनवरी से इन्हें फिर से खोलने का फैसला करते हुए इस संबंध में निर्देश भी जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने सभी महानगर पालिकाओं के आयुक्त, जिला परिषद के मुख्याधिकारी और नगर पालिका के मुख्याधिकारी को दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि साथ ही ऑनलाइन एजुकेशन जारी रखने के भी निर्देश दिए गए हैं.
जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर का कहना है कि नियमित प्रकार से आनलाईन क्लासेस और अन्य उपक्रम शरू रखा गया है. स्कूली शिक्षा विभाग के पास से 30 अक्टूबर के बाद से स्कूलों में 50 फीसदी शिक्षकों की उपस्थिति अनिवार्य किया गया था, जोकि लागू रहेगा. साथ ही शिक्षक स्कूल में ऑनलाइन शैक्षणिक अभ्यास क्रम, विविध उपक्रम, पर्यायी शिक्षण आदि पर काम करने की सूचना बी शिक्षा विभाग द्वारा दी गई है. जिसका पालन करना संबंधित स्कुल प्रशासन पर बंधनकारक किया गया है. इस संदर्भ में जिले के सभी महानगर पालिका और नगर पालिका ने अपने-अपने स्तर पर नोटिफिकेशन भी निकाला है.
पता हो कि ठाणे जिले में अभी तक 2 लाख 18 हजार 568 मरीज सामने आये है. इनमें 2 लाख 6 हजार 323 ठीक हुए हैं. जिले में कोरोना के चलते 5 हजार 509 लोगों की मौत हुई है.