जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर उतरे सड़कों पर

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  • मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी की समीक्षा
  • मुरबाड के मोहप गांव के परिवारों से साधा संवाद 

ठाणे. ठाणे ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ते कोरोना के प्रादुर्भाव को देखते आखिरकार खुद जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर सड़कों पर उतरते हुए गांववासियों से संपर्क करते नजर आ रहे हैं. इस दौरान वे आप लोग हाथ धोते हैं कि नहीं, बाहर जाते समय मास्क लगाते हैं कि नहीं, साथ में सैनिटाइजर रखते हैं कि नहीं और बाजार में जाते समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हैं कि नहीं… आदि प्रश्न पूछते हुए गांव वासियों से संवाद साधते नजर आए. इतना ही नहीं उन्होंने जिले के मुरबाड तहसील के अंतर्गत आने वाले मोहप गांव वासियों से भी बातचीत की और स्वास्थ्य विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए टीम सर्वेक्षण करने आई है कि नहीं? आप लोगों ने अपना सही विवरण दिया क्या? इस प्रकार प्रश्न पूछते हुए मेरा गांव, मेरी जिम्मेदारी के राज्य सरकार के योजना की समीक्षा भी ग्रामीण क्षेत्र में की. 

मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी मुहिम के तहत ठाणे जिले में इसे प्रभावी तरीके से अमल में लाने के लिए जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने कमर कसी है. उन्होंने यह मुहीम ग्रामीण क्षेत्रों में सही तरीके से लागू किया जा रहा है कि इसकी समीक्षा के लिए ग्राम वासियों से प्रत्यक्ष रूप से संवाद साधा. इस मौके पर जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रुपाली सातपुते भी उपस्थित थीं.  

जिलाधिकारी नार्वेकर अपने इस दौरे की शुरुआत जिले के सरलगांव प्राथमिक आरोग्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले मोहप गांव से की. इसी दरम्यान सरलगांव प्राथमिक आरोग्य केंद्र का भी जायजा लिया. इस मौके पर मुरबाड पंचायत समिति सभापति श्रीकांत धुमाल, उप सभापति अरुणा खाकर, जिला परिषद सदस्य रेखा कंठे, पंचायत समिति सदस्य दीपक पवार, विष्णू घुडे, गांव के सरपंच, उप सरपंच ,सदस्य सहित जिला की आरोग्य अधिकारी डॉ. मनिष रेंघे, मुरबाड तहसीलदार अमोल कदम, गट विकास अधिकारी रमेश अवचार, आरोग्य सर्वेक्षण टीम, अधिकारी-कर्मचारी वर्ग और गाँव वासी मौजूद थे. 

जिले में 65 फीसदी सर्वेक्षण हो चुका है पूरा 

इस दौरान जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की संकल्पना के अनुसार शुरू मेरा परिवार, मेरी जिम्मेदारी पूरे राज्य में शुरू किया गया है और ठाणे जिले के ग्रामीण क्षेत्र में भी जिला परिषद के कार्य क्षेत्र में इसे लागू किया गया है. जो कि सफल हो रहा है. इस मुहिम के पहले चरण में 15 सितंबर से 10 अक्टूबर के बीच जिला आरोग्य विभाग का दस्ता प्रत्येक घर-घर जाकर नागरिकों का स्वास्थ्य जांच कर रही है. इस प्रकार जिले में अब तक 65 फीसदी रहिवासियों का आरोग्य सर्वेक्षण किया जा चुका है.