अंबरनाथ. एडिशनल अंबरनाथ मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन (आमा) की तरफ से वालधुनी नदी (Valdhuni River) को पुनर्जीवित और शुद्ध (Pure) करने के लिए प्राचीन शिव मंदिर के पास बायोकैटलिस्ट एकोचिप बायो सेनिटाइजर तकनीक का उपयोग करते हुए इको फिल्टर जल शोधन गैबियन बांध बनाने के लिए ‘आमा’ के अध्यक्ष उमेश तायडे की उपस्थिति में इस अभियान के जनक गुणवंत पाटिल के प्रयासों से शुरुआत करते हुए भूमिपूजन (Bhumipujan) किया गया।
एमआईडीसी की हद में वालधुनी नदी का प्रदूषण रेलनीर प्लांट काकोले तालाब के पास जीआईपीआर बांध के बहाव के साथ शुरू होता है। उक्त प्रयास से वालधुनी नदी में प्रदूषण को काफी हद तक नियंत्रित करने में सहायक साबित होगा। ऐसा गुणवंत पाटिल का कहना है कि इसके पहले यह प्रयास बदलापुर सीइटीपी की तरफ से एमआईडीसी में किया गया जहां का केमिकल रसायन युक्त पानी उल्हासनदी में छोड़ा जाता था।
वहां भी उल्हासनदी को शुद्ध करने के लिए बायोकैटलिस्ट एकोचिप बायो सेनिटाइजर तकनीक का उपयोग करते हुए इको फिल्टर जल शोधन गैबियन बांध बनाए गए हैं।