बिजली विभाग के निजीकरण का कर्मचारियों ने किया विरोध

Loading

कल्याण. सरकार द्वारा बिजली विभाग के निजीकरण को लेकर कल्याण में बिजली बिभाग के कर्मचारियों ने काला फीता बांधकर निजीकरण करने का विरोध किया है. इस मौके पर विभागीय सचिव गणेश गर्जे, डिगंबर राजाराम पाटील, धनराज संभाजी ईशी नामदेव रामचंद्र जाधव, अनिल रमण मोरे, सुवास भालचंद्र धमने, महिला सदस्य देविका दाराशिंग चव्हाण सहित तमाम लोग सामाजिक दूरी (सोशल डिस्टेंसिंग) का पालन कारते हुए विरोध आंदोलन में उपस्थित रहे.

ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्टिसिटी एम्पलाईज के सचिव कृष्णा भोयर ने जानकारी देते हुए  बताया कि अन्य कई विभागों की तरह  सरकार बिजली विभाग का निजीकरण करने जा रही है, जिसके बाद निजी हाथों में बिजली विभाग के जाने से मजदूर  आम गरीब लोगों के साथ ही किसानों को भी बिजली में मिलने बाली सब्सिटी बन्द हो जाएगी और गरीबों, मजदूरों, किसानों को मंहगी बिजली लेनी पड़ेगी और भारीभरकम बिज भरना पड़ेगा जिससे उनकी मुसीबतें बढ़ जाएगी.

बिजली विभाग के कर्मचारियों को भी निजीकरण से होने वाली परेशानियों से जूझना पड़ेगा, जिन भागों में बिजली का निजीकरण किया गया है वह सफल नही हुआ है बिजली अभियंताओं ने भी इसका विरोध किया है. फिर भी सरकार बिजली के निजीकरण का बिल लेकर बिजली का निजीकरण करने पर आमादा है इसका ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस, ऑल इंडिया फेडरेशन ऑफ इलेक्ट्रिसिटी एम्प्लाइज, महारष्ट्र स्टेट इलेक्ट्रिसिटी वर्क्स फेडरेशन, ऑल इंडिया ट्रेड यूनियन कांग्रेस की तरफ से बिजली कर्मचारियों ने कल्याण में  काली पट्टी बांधकर विरोध आंदोलन किया.