ठाणे में राम मंदिर के भूमिपूजन को लेकर उत्साह चरम पर

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  • तैयारियों को लेकर तरह-तरह की चर्चा

ठाणे. अयोध्या राम मंदिर के भूमि पूजन की तैयारियों की चर्चा पूरे देश में है. अयोध्या से तक़रीबन 1500-1600 किलोमीटर की दूरी पर सांस्कृतिक नगरी ठाणे में नागरिकों में उत्साह नजर आ रहा है. कहने के लिए शहर में कोरोना संक्रमितों की संख्या 20 हजार के आंकड़े के पास तक चुकी है. 650 से अधिक लोग इस महामारी की भेंट चढ़ चुके हैं. मगर, लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बिन्दु कोरोना नहीं, राम मंदिर के भूमि पूजन के लिए की गई तैयारियां हैं.

कितने किलो लड्डू बन रहे हैं? चंदे में कितना पैसा इकट्टठा हुआ? किसको न्यौता मिला, किसको नहीं? कब तक बन जाएगा मंदिर? ऐसे कई सारे सवालों पर लोग अपना-अपना ज्ञान बांटते नजर आ रहे हैं. घर रोड पर है, इसलिए लोगों की बतकही कानों तक पहुंच ही जाती है. कल शाम की ही बात है, एक किराना दुकान के पास कुछ सज्जन आपस में बतिया रहे थे. एक सज्जन तो इतने उत्साहित थे जैसे मानो मंदिर वो ही बनवा रहे हों. जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह सभी हिन्दुओं के लिए आस्था और विश्वास की बात है. ऐसा ही समझिए कि प्रत्येक हिन्दू मिलकर राम मंदिर के निर्माण में अपना योगदान दे रहा है. 

युवक ने मोदी को भेजा स्केच किया चित्र 

राम मंदिर के भूमिपूजन को लेकर लोगों में ख़ुशी का आलम यह है कि नौजवान हों या फिर बूढ़े अथवा बच्चे सभी में उत्साह नजर आ रहा है. नवी मुंबई, ऐरोली के निवासी 18 वर्षीय ऋषभ अरुण शुक्ला ने बाकयदा एक स्केच बनाया है. जिसमें उन्होंने राम मंदिर के साथ-साथ भगवान राम का पैर छूते प्रधानमंत्री को दिखाया है और इस स्केच को डाक द्वारा पीएमओ कार्यालय भेजकर प्रधानमंत्री को हिन्दुओं के आराध्य देव को तिरपाल से मंदिर में रखने और हिन्दुओं की आस्था के रूप में मंदिर के निर्माण को लेकर आभार भी जताया है. इतना ही नहीं उन्होंने अपने घर की दीवार पर भी शानदार कलाकृतियां बनाई हैं. 

ठाणे में बंटेगा गमछा 

भले ही लोगों को भूमि पूजन के कार्यक्रम को देखने जाने की अनुमति नहीं है, मगर घर के आंगन में राम के नाम की रंगोली, छतों और बालकनी पर केसरिया झंडे और माथे पर राम नाम की पट्टी बांधकर लोग अपनी ख़ुशी ज़ाहिर कर रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ उत्तर भारतीय मोर्चा के महासचिव श्रीकांत दुबे ने बताया कि उत्तर भारतीय मोर्चा की तरफ से वागले इस्टेट परिसर में हॉकरों और दुकानदारों को राम मंदिर की ख़ुशी में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए राम नाम का गमछा बांटा जाएगा.