भिवंडी. भिवंडी वलगांव (Bhiwandi Valgaon) स्थित उर्बान फर्नीचर (Urban Furniture) में मंगलवार को भीषण आग (Fire) लग जाने के कारण लाखों का तैयार माल जलकर खाक हो गया है। सूचना के उपरांत मौके पर पहुंचे 2 दमकल गाड़ियों में दर्जनों फायरकर्मियों नें कड़ी मशक्कत के बाद आग को बुझाए जाने में कामयाबी हासिल की है।
गौरतलब है कि भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र वलगांव स्थित गोडाउन एरिया उर्बान फर्नीचर में दोपहर को अचानक भीषण आग की लपटें अंदर से उठती देखकर राहगीर सन्न रह गए। जागरूक नागरिकों द्वारा अग्निकांड की सूचना नारपोली पुलिस स्टेशन एवं फायर विभाग को दी गई।फायर गाड़ियों के पहुंचने के पूर्व ही भीषण आग की चपेट में आकर लाखों का फर्नीचर, मशीनरी जलकर रख हो गई।
कोई जनहानि नहीं हुई
लाकड़ाउन की वजह से फर्नीचर गोदाम बन्द होने से कोई जनहानि नहीं हुई है। करीब 2 घंटे में आग बुझने के उपरांत आसपास के रहिवासियों सहित गोदाम धारकों ने राहत की सांस ली। विदित हो कि भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र स्थित पूर्णा, कॉलहेर, रहनाल, दापोड़ा, मानकोली, वलगांव, अंजुर फाटा आदि क्षेत्र में हजारों की संख्या में गोदाम एवं वेयरहाउस बने हुए हैं। गर्मी मौसम की शुरुआत से ही गोदामों एवं वेयरहाउसों में आग लगने की घटनाएं शुरू हो गई हैं। सूत्रों की मानें तो गोदाम, वेयरहाउस में आग लगने का प्रमुख कारण गोदाम मालिकों द्वारा आर्थिक फायदे के लिए शासन के नियम कानूनों को ताक पर रखकर गोदामों में क्षमता से अत्यधिक भंडारण किया जाना एवं सुरक्षा नियमों का उल्लंघन बताया जाता है। विगत 15 दिनों में भिवंडी ग्रामीण क्षेत्र स्थित गोदामों में करीब आधा दर्जन आग की घटनाएं घटित हुई है, जिसमें करोड़ों रुपए का माल स्वाहा हुआ है। जागरूक नागरिकों ने शासन से गोदामों में लग रही आग की घटनाओं की उच्चस्तरीय जांच कराए जाने की मांग की है।
गोदाम क्षेत्र में नहीं फायरिंग स्टेशन
जागरूक नागरिकों की बार-बार मांग के बावजूद शासन द्वारा गोदाम क्षेत्र में कोई फायर स्टेशन नहीं खोला गया है। गोदाम धारकों का आरोप है कि आग लगने के बाद भिवंडी, कल्याण, ठाणे आदि दूरदराज जगहों से फायर गाड़ियां आग बुझाने को जब तक आती हैं तब तक समूचा गोदाम जलकर स्वाहा हो जाता है। आश्चर्यजनक है कि गोदाम धारक, वेयरहाउस मालिक प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए शासन को राजस्व देते हैं बावजूद गोदामों की फायर सुरक्षा के लिए फायर स्टेशन खोलने की मांग मंजूर नहीं की जा रही है। शासन से बार-बार मांग के बावजूद गोदाम क्षेत्र में फायर स्टेशन नहीं खोलना गोदाम धारकों के साथ भारी अन्याय है।