खाड़ी में जल प्रदूषण से मर रही मछलियां

  • मंत्री ने दिया कार्रवाई करने का आदेश

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नवी मुंबई. वाशी व पनवेल की खाड़ी में कंपनियों से छोड़े जा रहे रसायन युक्त दूषित पानी की वजह से बड़े पैमाने पर मछलियां मर रही हैं, जिसकी वजह ने नवी मुंबई के मछुआरों का पारंपरिक व्यवसाय चौपट हो रहा है. इस संदर्भ में ऑल इंडिया सी फेरर्स एंड जनरल वर्कर्स युनियन तथा नवी मुंबई के मछुआरों के प्रतिनिधिओं के शिष्टमंडल ने राज्य के मत्स्य व्यवसाय मंत्री अस्लम शेख से भेंट करके अपनी व्यथा को व्यक्त किया. जिसे सुनने के बाद मत्स्यव्यवसाय मंत्री ने इस मामले में दोषी कंपनियों के खिलाफ कार्रवाई करने का आदेश संबंधित विभाग के अधिकारियों को दिया है.

गौरतलब है कि वाशी की खाड़ी में ठाणे-बेलापुर एमआईडीसी की कंपनियों से दूषित पानी पानी छोड़ा जाता है, जो जुईनगर, वाशी व घनसोली के नाले से होकर वाशी की खाड़ी में पहुंचता है, जिसकी वजह से वाशी की खाड़ी में मछलियों के मरने की घटनाएं अक्सर होते रहती है.

इसी तरह तलोजा एमआईडीसी की कंपनियों से छोड़े जाने वाला पानी पनवेल की खाड़ी में आता है, जिससे मछलियों के मरने का प्रमाण बढ़ गया है. इसके बारे में राज्य के मत्स्यव्यसाय मंत्री अस्लम शेख से युनियन के अध्यक्ष संजय पवार, उपाध्यक्ष अफजल देवलेकर, पराग मुंबरकर मछुआरों के प्रतिनिधि महेश सुतार, रतिश भोईर भेंट कर के उन्हें इसके बारे में जानकारी दी.