व्यापारियों के सेल्फ लॉकडाउन को अच्छा प्रतिसाद

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टीम ओमी कालानी की अपील का दिखा असर

उल्हासनगर. उल्हासनगर में कोरोना बीमारी के बढ़ते मरीज़ और उनसे होती मौतें इनको देखते हुए बाजारों में लगने वाली भीड़ को काबू में रखने के लिए उल्हासनगर में टीम ओमी कालानी द्वारा 1 से 7 जुलाई तक व्यापारी सेल्फ लॉकडाउन करें, ऐसी अपील की गई थी. बुधवार 1 जुलाई को टीओके की अपील का असर देखने को मिला. बंद में 80 फीसदी से भी अधिक दुकानदारों ने भाग लिया. इनमें उल्हासनगर 1, 2, 3  व 5 नंबर में बंद का प्रभाव अधिक दिखाई दिया. शहर में कोरोना मरीजों के मद्देनजर एहतियात के तौर पर टीओके के अध्यक्ष ओमी कालानी ने 

उल्हासनगर में 1 से 7 जुलाई तक संपूर्ण सेल्फ लॉकडाउन कि अपील की थी, बुधवार को इसका पहला दिन था. सेल्फ लॉक डाउन के विषय को  लेकर मनपा आयुक्त  मन्ताडा राजा दयानिधि ने मंगलवार को सर्वदलीय बैठक का आयोजन कर कहा था कि फिलहाल लॉकडाउन करने का कोई ऊपरी आदेश नहीं है वैसे भी सुबह 10 से शाम 5 बजे के बीच ही पी 1 पी 2 के आधार पर दुकाने खुल रहीं है.बंद को लेकर दुकानदार असमंजस की स्थिति में दिखाई दिए.

यूटीए के कार्याध्यक्ष दीपक छतलानी के अनुसार हमने यूटीए के माध्यम से शहर हित में बंद की अपील की थी छतलानी के मुताबिक कोई जोर जबरदस्ती वाला मामला नहीं था, उन्होंने कहा कि अपेक्षा के अनुसार बाजार बंद रहा. वही टीओके के  पदाधिकारी कमलेश निकम, संतोष पांडेय, शिवाजी रगड़े, सुंदरम मुदलियार आदि बुधवार की सुबह बाजार में आए व दुकानदारों को यह समझाने की कोशिश की की लॉक डाउन से महामारी की चेन टूट सकती है.

वही टीओके के प्रवक्ता कमलेश निकम ने नवभारत को बताया कि इस महामारी के कारण अब तक 50 लोगों की मौत हो चुकी है हजारों प्रभावित है शहर के अस्पतालों में मरीजो को भर्ती की व्यवस्था नहीं है. स्थिति से निपटने के लिए ओमी कालानी के नेतृत्व में टीओके ने सेल्फ लॉक डाउन की अपील की है.