इंटक ने किसान बिल के विरोध में चलाया हस्ताक्षर अभियान

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ठाणे. केंद्र सरकार द्वारा हाल में पारित किए गए किसान बिल को लेकर निषेध जताते हुए मंगलवार को इंटक के प्रदेश अध्यक्ष जय प्रकाश छाजेड़ के ठाणे जिला इंटक के मार्गदर्शन में जिला अध्यक्ष सचिन शिंदे के नेतृत्व में ठाणे के खोपट स्थित एसटी स्टैंड के बाहर हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया गया. 

इस मुहिम की शुरुआत ठाणे कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत चव्हाण व महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस के महासचिव मनोज शिंदे द्वारा किया गया. जबकि इस मौके पर सेवा दल के ठाणे अध्यक्ष शेखर पाटिल, महाराष्ट्र प्रदेश इंटक के उपाध्यक्ष डॉ. संदीप वंजारी, कांग्रेस नेता संजय घाडीगावकर, ठाणे कांग्रेस की महिला अध्यक्षा शिल्पा सोनोने, ठाणे कांग्रेस के ब्लाक अध्यक्ष संदीप शिंदे, प्रदेश सदस्य एड. प्रभाकर थोरात, सुखदेव घोलप, बाबू यादव, ओबीसी सेल के ठाणे अध्यक्ष राहुल पिंगले आदि लोग मौजूद थे. 

हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत के दौरान जिलाध्यक्ष एड विक्रांत चव्हाण ने कहा कि किसानों और कामगार वर्ग के लिए केंद्र सरकार लगातार उपेक्षा करती आ रही है. देश की रीढ़ माने जाने वाले इन दोनों वर्गों के लिए मोदी सरकार ने कुछ नहीं किया. उल्टा अब किसान बिल लाकर इन्हें आर्थिक रूप से कमजोर करने में लगी है. प्रदेश महासचिव मनोज शिंदे ने कहा कि केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा सरकार लगातार किसानों के संदर्भ तीन विरोधी निर्णय लिया है.

किसान देश की आन-बान-शान है, लेकिन यह सरकार किसानों के हित का फैसला न लेकर, बल्कि धनाढ्य लोगों की हितों का अधिक ख्याल रख रही है. साथ ही विपक्षी दलों को भी विश्वास में नहीं ले रही है. जिसका कांग्रेस विरोध करते हुए जगह-जगह हस्ताक्षर अभियान चला रही है और सरकार जब तक इस बिल को वापस नहीं लेती तब यह अभियान चलता रहेगा. जबकि इंटक के ठाणे अध्यक्ष सचिन शिंदे ने किसान बिल को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि एक तरफ कभी बाढ़ तो कभी सूखा पड़ने से किसान पहले से मौसम संबधित समस्याओं से परेशान है और अब केंद्र की भाजपा सरकार ने किसान बिल लाकर जता दिया है कि वह किसान समर्थक नहीं किसान विरोधी सरकार है.