जाको राखे साइयां मार सके ना कोय

Loading

भिवंडी. जिलानी इमारत हादसे में एनडीआरएफ की टीम ने मलबे से 4 वर्षीय अबोध बच्चे उमेद जुनेद कुरैशी को सकुशल बाहर निकाल लिया है. उमेद को उपचार हेतु आईजीएम अस्पताल भेजा गया जहां से डाक्टरों ने उसकी हालत बेहतर बताई है. मिली जानकारी के अनुसार दोपहर के दरमियान जब एनडीआरएफ, टीडीआरएफ की टीम इमारत के गिरे मलबे को हटा रही थी उसी दरमियान मलबे के नीचे दबा हुआ उमेद कुरेशी मिल गया.

बचाव राहत में जुटी टीम ने उमेद को मलबे को हटाकर सकुशल बाहर निकाल लिया और फौरन प्राथमिक उपचार हेतु अस्पताल में भेज दिया. उमेद कुरैशी को सकुशल पाकर परिजन सहित समस्त मौजूद लोगों की खुशी का ठिकाना न रहा और लोगों ने अल्लाह से हाथ उठा कर मलबे में फंसे लोगों की जान सलामती के लिए दुआ की.

हादसे में 13 लोगों की मौत, 20 लोगों को मलबे से निकाला 

उल्लेखनीय है कि भिवंडी मनपा सीमा अंतर्गत धामनकर नाका क्षेत्र स्थित पटेल नगर एरिया में सोमवार रात्रि करीब सवा 3 बजे करीब 35 वर्षों पूर्व जिलानी बिल्डर द्वारा निर्मित तल सहित 3 मंजिला रहिवासी इमारत अचानक भरभराकर जमींदोज हो गयी. जमींदोज हुई इमारत हादसे में 13 लोगों कि मौत हो गयी है. बचाव राहत कार्य में जुटी एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, मनपा आपत्ति व्यवस्थापन की टीमों नें मलबे से 20 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है एवं करीब 20 लोगों के मलबे में फंसे होने की संभावना क्षेत्रवासियों द्वारा व्यक्त की जा रही है.

घटना की जानकारी मिलते ही थाणे जिला पालक मंत्री एकनाथ शिंदे, गृह निर्माण मंत्री जितेन्द्र आव्हाड, महापौर प्रतिभा पाटिल, विधान परिषद बिरोधी पक्ष नेता प्रवीण दरेकर, भाजपा विधायक महेश चौगुले, सपा विधायक रईस शेख, पुलिस उपायुक्त राजकुमार शिंदे, जिलाधिकारी राजेश नार्वेकर आदि नें दौरा कर वस्तुस्थिति की समग्र जानकारी प्राप्त की और उचित निर्देश मनपा प्रशासन को दिया है.

22 फ़्लैट में रहते थे करीब 80 लोग 

मनपा प्रभाग क्रमांक समिति 3 अंतर्गत धामनकर नाका क्षेत्र स्थित पटेल नगर में बिल्डर सय्यद जिलानी द्वारा तल सहित 3 मंजिला इमारत का निर्माण किया गया था. 2 हिस्सों में निर्मित 3 मंजिला इमारत में 51 फ़्लैटधारकों का परिवार रहता था. इमारत के पिछले हिस्से के 24 फ़्लैट में 2 फ़्लैट बंद हैं शेष 22 फ़्लैट में करीब 80 लोग रहते थे. घटना के अनुसार, सोमवार रात्रि करीब सवा 3 बजे इमारत का कुछ हिस्सा अचानक हिलना शुरू हुआ तो झटकों से लोगों की नींद टूट गयी और लोग जब तक कुछ समझ सकते तब तक इमारत का प्लास्टर तीत फूट कर नीचे गिरना शुरू हो गया. इमारत में रहने वाले लोगों ने बताया कि इमारत का प्लास्टर गिरता देखकर लोग जान बचाकर फ़ौरन सीढ़ियों से नीचे उतरने ले और देखते ही देखते दर्जनों लोग इमारत से नीचे उतर गये.

प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो करीब  आधा घंटा के दौरान ही 3 मंजिला इमारत के पीछे का आधा हिस्सा यानी 24 फ़्लैट भरभराकर नीचे गिर पड़ा  और नीचे उतरने की फिराक में जुटे करीब 50 लोग मलबे में दब गये. इमारत जमींदोज होते ही समूचे एरिया में कोहराम मच गया. समूचे क्षेत्र में इमारत जमींदोज होने की खबर फैलते ही हजारों की संख्यां में क्षेत्रवासी जिलानी इमारत की तरफ दौड़ पड़े. जागरूक क्षेत्रवासियों नें फ़ौरन मनपा आपत्ति व्यवस्थापन व टोरेंट पावर सहित फायर बिग्रेड को सूचित किया और बचाव राहत कार्य में जुट गये.

सूचना मिलते ही मनपा आयुक्त पंकज आसिया मनपा आपत्ति व्यवस्थापन टीम के साथ फ़ौरन घटनास्थल पर पहुंचे और बचाव राहत कार्य शुरू कराते हुए एनडीआरएफ,टीडीआरएफ को सूचित किया. सूचना के उपरान्त शीघ्र ही एनडीआरएफ, टीडीआरएफ की टीमें भिवंडी पहुंची व बचाव राहत कार्य को युद्धस्तर पर शुरू कर 20 लोगों को मलबे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है बावजूद मलबे में दबकर 13 लोगों की जान चली गयी है. रात्रि 8 बजे समाचार लिखे जाने तक राहत कार्य जारी था और लोगों का भारी जमावड़ा घटनास्थल पर मौजूद देखा गया. 

क्षेत्रवासियों की मदद से बची दर्जनों लोगों की जान

जिलानी इमारत हादसा में बचाव कार्य अंजाम देने में देवदूत की भूमिका निभाने वाले व इमारत के काफी समीप रहने वाले नदीम फारुकी,अफताब भाई,मिराज मोमिन, इमरान भाई, सहारा ग्रुप, अमन ग्रुप से जुड़े दर्जनों जोशीले नवयुवकों नें बताया कि करीब सवा 3 बजे रात को जब इमारत का पिछला 24 फ़्लैट का हिस्सा गिरा तो जोरदार आवाज आने से एकाएक नींद खुल गयी तो देखा कि बाहर समूचे परिसर में आंधी जैसी आई है. हम सब लोग घरों से नीचे उतरे तो मालुम हुआ कि जिलानी इमारत जमींदोज हो गयी है व लोग बचाव हेतु चीख रहे हैं.

इमारत के आसपास के लोगों नें जुटकर मलबे में फंसे लोगों को कठिन घड़ी में साहस दिया और समुचित उपाय योजना में जुट गये. करीब 1 घंटे के उपरान्त मौके पर पहुंचे बचाव राहत दल द्वारा बचाव कार्य शुरू किया गया और सुबह होते ही लोगों को मलबे से निकाले जाने का सिलसिला शुरू हो गया लेकिन इमारत में दबकर 13 लोगों की जान चली गयी जो बेहद दुखद है. इमारत रहिवासियों के सामान मलबे में नष्ट हो गये कुछ सामान मलबे से बाहर झलकते हुए दिखाई पड़ रहे थे.सुबह से शाम तक समूचे क्षेत्र में दहशत व मातम पसरा दिखाई पड़ा और इमारत हादसे में सकुशल बचे लोग अपने परिवार की खोज खबर हेतु मलबा के पास सहित चिंताग्रस्त होकर रोते चिल्लाते इधर -उधर भागते- दौड़ते दिखाई पड़े.एक की परिवार के 4 लोगों की गयी जान गई है.

इमारत हादसे में मृतकों के नाम 

1. जुबेर कुरेशी (30) 

2.फायजा कुरेशी (5) 

3.आयशा कुरेशी (7)

4.बब्बू (27) 

5.फातमा जुबेर बब्बू (2)

6.फातमा जुबेर कुरेशी (8) 

7.उजेब जुबेर (6) 

8.असका आबिद अंसारी (14) 

9. अंसारी दानिश अलीद (12) 

10.सिराज अहमद शेख (28) 

11.नाजो अंसारी (26) 

12.समीउल्ला शेख (75) 

13.असलम अंसारी (30) 

धोकादायक इमारत को 2 बार दी गयी थी नोटिस

भिवंडी मनपा आयुक्त पंकज आसिया नें इमारत हादसे पर गहरा दुःख प्रकट करते हुए बताया कि जमींदोज हुई जिलानी इमारत को मनपा द्वारा धोकादायक घोषित किया गया था और रहिवासियों को 2 बार इमारत खाली किये जाने की नोटिस दिए जाने के बावजूद लोगों नें इमारत को खाली नहीं किया था.

मनपा आयुक्त नें 2 अधिकारियों को किया निलंबित, हादसे की जांच के दिए आदेश

इमारत हादसे पर कड़ी कार्यवाही करते हुए मनपा प्रभाग समिति क्रमांक 3 के पूर्व सहायक आयुक्त सुदाम जुधाव व क्षेत्रीय अधिकारी दूधनाथ यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. मनपा आयुक्त आसिया नें इमारत हादसे की जांच हेतु मनपा अतिरिक्त आयुक्त ओमप्रकाश दिवटे की अध्यक्षता में कमेटी बनाई है जिसमें शहर अभियंता एल.पी गायकवाड सहित सहायक नगर रचनाकार श्रीकांत देव को शामिल किया गया है. मनपा आयुक्त आसिया नें जल्द से जल्द मामले की तहकीकात किये जानें का आदेश दिया है. मनपा आयुक्त के कडक फैसले से मनपा के लापरवाह अधिकारियों के होश उड़ गये हैं.