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  • मानसिक तौर से था परेशान

नवी मुंबई. मनपा में बतौर चपरासी काम कर रहे एक मनपाकर्मी विगत कुछ महीनों से मानसिक रूप से परेशान रहता था. जिसके चलते उसने नेरुल के दारावे गांव में अपने घर में खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या की. नेरुल पुलिस स्टेशन में इससे अकस्मात घटना के तौर पर दर्ज किया गया है. पुलिस आत्महत्या के मुख्य कारण का पता लगा रही है.   

पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, आत्महत्या करने वाले मनपाकर्मी का नाम संतोष विनायक नाईक (46) है. जो अपने परिवार के साथ दारावे गांव में रहता था. संतोष ने अपने घर के बेडरूम की खिड़की की ग्रिल में नायलॉन की डोरी बांधकर खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या की. जिसके बारे में उसके परिजनों ने पुलिस स्टेशन में संपर्क करके इस घटना की जानकारी दी. जिसके बाद पुलिस के दस्ते ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव को अपने कब्जे में लिया.

15 साल से कर रहा था काम 

मिली जानकारी के अनुसार संतोष नाईक विगत 15 साल से नवी मुंबई महानगर पालिका में चपरासी काम कर रहा था. मौजूदा समय में वह मनपा के लेखक विभाग में काम कर रहा था. बताया जाता है कि विगत 20 दिनों से उसे अलग-अलग तरह का भय सता रहा था. जिसकी वजह से 15 दिनों से वह नौकरी करने के लिए नहीं जा रहा था. कहा जा रहा है कि संतोष को शराब पीने की लत पड़ गई थी, जिसकी वजह से उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं रहती थी. शायद इसी वजह से वह काफी परेशान रहता था.