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  • प्रत्येक प्रभाग में मोबाइल डिस्पेन्सरी होगी तैनात

ठाणे. ठाणे शहर में बढ़ रहे कोरोना के संक्रमण को तोड़ने के लिए अब मनपा प्रशासन ने कमर कस लिया है और मुंबई तथा पुणे की तर्ज पर सोमवार से ‘मिशन जीरो’ अभियान की शुरुवात करने जा रही है. इस मुहीम के अंतर्गत अब प्रत्येक प्रभाग में एक मोबाइल डिस्पेंसरी तैनात की जाने वाली है. डॉक्टर, नर्सेस और पैरामेडिकल कर्मचारियों से लैस यह मोबाइल डिस्पेंसरी प्रभाग के कन्टेनमेंट ज़ोन और हॉटस्पॉट क्षेत्रों में घूमकर वहां के रहिवासियों की जांच करने वाली है. इस डिस्पेंसरी के माध्यम से कोविड के संदिग्ध लोगों की खोज जहां जल्दी से हो जाएगा, वहीं जांच के साथ उसका निदान और उपचार भी करने में आसानी होगी. 

ठाणे महानगर पालिका क्षेत्र में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 13 हजार से अधिक हो चुकी है. ऐसे में मुंबई की तर्ज पर ठाणे में भी “चेस द वायरस” नामक अभियान को शुरू करने का सुझाव पिछले सप्ताह राज्य के पर्यावरण मंत्री आदित्य ठाकरे ने ठाणे के अपने दौरे के दौरान दिया था. जिसके अनुसार भारतीय जैन संगठन की मदद से ठाणे शहर में भी ‘मिशन जीरो’ शुरू किया जा रहा है. इस अभियान की शुरुवात सोमवार को महापौर नरेश म्हस्के की अध्यक्षता में नगरविकास मंत्री एकनाथ शिंदे के हाथों होने वाला है. इस मौके पर गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड और मनपा आयुक्त डॉ विपिन शर्मा भी मौजूद रहेंगे. 

नागरिकों का कोविड जांच की जाएगी

वहीं मनपा आयुक्त डॉ. विपिन शर्मा ने बताया कि मनपा के कुल नौ प्रभाग समितियों में कुल 9 डिस्पेंसरी मशीन तैनात किया जाएगा. और इससे उस प्रभाग समिति के अंतर्गत आने वाले वार्डों के नागरिकों का कोविड जांच की जाएगी. उन्होंने ठाणे करों से बिना घबराए इस डिस्पेंसरी के माध्यम से खुद की जांच कर शहर से कोरोना को भगाने में मनपा का सहयोग करने की अपील भी की है. 

इन सुविधाओं से लैस होगी मोबाइल डिस्पेंसरी  

मनपा द्वारा मिली जानकारी के अनुसार इस मोबाइल डिस्पेंसरी वैन में डाक्टर सहित सभी आवश्यक कर्मचारियों का पथक, दवाएं मौजूद रहेगी. साथ ही प्रत्येक वार्ड में घूम-घूमकर नागरिकों की कोरोना की जांच इस वैन के द्वारा किया जाएगा. साथ ही एकाध संदिग्ध मरीज मिलता है तो उसका तत्काल जांच कर उसका इलाज जल्दी कराने में मदद मिलेगी. इसके साथ ही जल्द ही रिपोर्ट प्राप्त होगी और रिपोर्ट आने के बाद आवश्यकतानुसार क्वारंटीन अथवा अस्पताल में जाने के लिए मदद दी जाएगी. साथ ही इस डिस्पेंसरी मोबाइल अभियान द्वारा नागरिकों के स्वैब की जांच जगह पर होगा और लैब में जाने की जरूरत नहीं होगी और कोरोना के संक्रमण को रोकने में मदद मिलेगी.