Mini lockdown causes heavy losses to traders

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    भिवंडी. वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण (Corona Infection) प्रसार नियंत्रण के लिए सरकार द्वारा लगाए गए मिनी और वीकेंड लॉकडाउन (Weekend Lockdown) के फलस्वरूप शहर की तमाम दुकानों की बंदी से कारोबारियों, व्यापारियों की परेशानी बढ़ गई हैं। पावरलूम नगरी के तमाम व्यापारी वर्ग सरकारी फैसले को लेकर खासे नाराज, परेशान हैं। भाजपा वरिष्ठ नगरसेवक निलेश चौधरी (BJP Corporator Nilesh Chaudhary) ने पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण को पत्र (Letter) देकर व्यापारियों के हित की चिंता करते हुए दुकानें खोले जाने की इजाजत देने की मांग की है।

    गौरतलब हो कि भाजपा वरिष्ठ नगरसेवक नीलेश चौधरी द्वारा भिवंडी पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण को दिए गए शिकायती पत्र के अनुसार, वैश्विक महामारी कोरोना से विगत 1 वर्षों से शहर के समस्त व्यापारी आर्थिक संकट से घिर गए हैं। शहर के तमाम छोटे-बड़े व्यापारी बैंकों द्वारा लिया गया लोन सहित कंपनियों से लिए गए माल का दाम भी चुका चुकाए जाने में असमर्थ हैं। लॉकडाउन से रोजगार बन्द होने की वजह से समय से माल की कीमत नहीं चुकाने से कर्जदारी झेल रहे हैं। शहर के अधिकांश छोटे-बड़े सभी व्यापारी लॉकडाउन की वजह से कर्जदार हो गए हैं। गत 5 अप्रैल से सरकार द्वारा पुनः दुकानों को बंद करने का आदेश देते हुए मिनी लॉकडाउन और रात्रिकालीन कर्फ्यू की घोषणा की गई है जिसके तहत धारा 144 एवं दुकानों को रात्रि 8 बजे से ही बन्द किए जाने का आदेश है।  

    दुकानें बंद कराना तर्कसंगत नहीं

    भाजपा वरिष्ठ नगरसेवक का शासन पर गंभीर आरोप है कि शासन कोरोना नियमों के अनुपालन में कड़ाई नहीं कर रहा है। बावजूद दुकाने सहित अन्य आवश्यक प्रतिष्ठान कोरोना प्रसार नियंत्रण के नाम पर मनमर्जी पूर्ण तरीके से बंद कर अपनी पीठ थपथपा रहा है। कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए दुकानें बंद करना कदापि तर्कसंगत नहीं है। कोरोना संक्रमण के दौरान व्यापार, रोजगार बंद होने से लोगों के समक्ष भूखमरी के हालात पैदा हो गए हैं लेकिन सरकार एवं प्रशासन उक्त गंभीर मुद्दे को लेकर बेपरवाह है। भाजपा वरिष्ठ नगरसेवक चौधरी ने पुलिस उपायुक्त योगेश चव्हाण को शिकायती पत्र देकर व्यापारियों के हितों की रक्षा के लिए दुकानें खुलवाए जाने के लिए जरूरी कदम उठाए जाने की अपील की है।