प्रकल्पग्रस्तों के लिए टाटा के खिलाफ मनसे का आंदोलन

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नवी मुंबई. प्रकल्पग्रस्तों को न्याय दिलाने बुधवार को रायगड़ मनसे ने टाटा कंपनी के खिलाफ आंदोलन किया. इस दौरान वरिष्ठ नेता नितिन देसाई खास तौर पर मौजूद थे. उलवे शहर मनसे द्वारा  आयोजित इस आंदोलन में टाटा कंपनी से के सामने प्रकल्पबाधितों को त्वरित नुकसान भरपाई दिलाने, प्रकल्पग्रस्तों को नौकरियों में वरीयता देने, स्थानीय प्रकल्पग्रस्तों का व्यवसायिक पुनर्वसन करने और आज तक लंबित मांगों पर त्वरित निर्णय लेने की मांग रखी गयी. 

मनसे के वरिष्ठ नेता नितिन देसाई और अन्य पदाधिकारियों ने कहा कि टाटा कंपनी ने प्रमुख मांगें मान ली है और 8 दिन से 30 दिनों के भीतर लंबित मसलों को हल करने का भरोसा दिलाया है. उन्होंने चेतावनी दी दी कि अगर न्याय नहीं मिला तो मनसे उग्र आंदोलन करेगी.

गौरतलब है कि न्वाहा-शिवड़ी प्रोजेक्ट से उलवे क्षेत्र के सैकड़ों प्रकल्पग्रस्त बाधित हुए हैं, लेकिन आज तक उन्हें समुचित मुआवजा नहीं मिल सका है. मनसे ने ऐसे प्रकल्पग्रस्तों को न्याय दिलाने के लिए यह आंदोलन किया. इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात की गयी थी.