कोरोना के बीच विराजमान हुई माँ दुर्गा

  • ठाणे में 60% मंडल नहीं मना रहे है नवरात्रोत्सव

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ठाणे. कोरोना अभी पूरी तरह से समाप्त नहीं हुआ हैं. गणेशोत्सव की तरह सार्वजनिक नवरात्रि उत्सव भी कोरोना से प्रभावित नजर आ रहा है. ठाणे मनपा क्षेत्र में ठाणे, कलवा, मुंब्रा और दिवा में नवरात्रि मनाने की अनुमति के लिए केवल 101 मंडलों ने आवेदन किया है. इन मंडलों को मनपा ने अनुमति तो दे दी है वहीं प्रतिवर्ष आवेदनों की संख्या 250 थी लेकिन कोरोना के कारण ठाणे में इस वर्ष 60 प्रतिशत मंडलों ने नवरात्रोत्सव नहीं मनाने का निर्णय लिया है.

मंडलों का कहना है कि कोरोना रोकने के लिए सभी योगदान कर रहे है इसलिए हमने इस वर्ष नवरात्रोत्सव नहीं मनाने का निर्णय लिया है. हलांकि शनिवार को कोरोना संक्रमण के बीच माँ दुर्गा भक्तों को आशीर्वाद के लिए विराजमान हुई हैं और कई भक्तों ने भक्ति के साथ कलश स्थापना भी किया.

ठाणे में प्रतिवर्ष बड़े पैमाने पर गणेशोत्सव और नवरात्रोत्सव मनाया जाता है.  इस वर्ष कोरोना के कारण कई गणेशोत्सव मंडल से  पीछे हट गए थे. वहीं कुछ मंडलों ने त्यौहार बहुत सरल तरीके से मनाया था. गणेशोत्सव के बाद नवरात्रि को बड़े धूमधाम से मनाने की कई मंडल सोच रहे थे लेकिन कोरोना अभी भी कुछ हद तक बाकी है इसलिए ठाणे के 60 प्रतिशत मंडलों ने इस वर्ष नवरात्रोत्सव नहीं मना रहे हैं. ठाणे मनपा क्षेत्र में ठाणे, कलवा, मुंब्रा और दिवा शहरों में हर साल 250 सार्वजनिक नवरात्रोत्सव मंडल नवरात्रोत्सव मनाते हैं.

त्यौहार मनाने के लिए, इन मंडलों को ठाणे मनपा की अनुमति के साथ-साथ पुलिस और फायर ब्रिगेड की अनापत्ति प्रमाणपत्र भी प्राप्त करना अनिवार्य होता है. इस साल ठाणे मनपा के पास अनुमति के लिए केवल 101 आवेदन मिले हैं और उन्हें मंजूरी दी गई है उक्त जानकारी मनपा उपायुक्त अशोक बुरपूले ने दी है. इस वर्ष नवरात्रि मनाने वाले मंडलों की संख्या में लगभग 60 प्रतिशत की कमी आई है. मनपा अधिकारियो की माने तो केवल कोरोना के कारण ही इस वर्ष नवरात्रोत्सव मनानेवाले मंडलो में कमी आयी है.