‘सर्जिकल स्ट्राइक’ से नशा मुक्त होगी नवी मुंबई

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नवी मुंबई. सेटेलाइट सिटी नवी मुंबई में एक ऐसा अभियान जोर पकड़ने लगा है जो कईयों घरों के चिरागों को रोशनी को उजियार करेगा. यह ऐसा अभियान है जो ठाणे और रायगड़ ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र के अन्य शहरों के लिए भी रोल माडल बन सकता है. नवी मुंबई पुलिस  पुलिस आयुक्त विपिन सिंह के मार्गदर्शन में अपर पुलिस आयुक्त शेखर पाटिल इस नशा मुक्ति के सर्वसमावेशक अभियान का मास्टर प्लान तैयार करने में जुटे हैं.

जिस तरह इसे कार्यान्वित करने की योजना है उसे देखकर यही लगता है कि यह अभियान महाराष्ट्र के पुलिस जवानों को नयी दिशा देने में मददगार बनेगा.

गंभीर मामले के लिए गंभीर पहल जरूरी

गौरतलब है कि नशा मुक्ति अभियान कई चरणों में लागू होगा. इसके लिए प्लान ए, प्लान बी तैयार किया गया है. उत्तम आकलन, नियोजन और सर्वसमावेशकता इसकी सबसे बड़ी खासियत है. अपर आयुक्त मानते हैं कि यह अभियान गंभीर है इसलिए इसके लिए काम भी गंभीरता से करने होंगे वर्ना यह दिखावटी बनकर रह जाएगा. जाहिर है इसे अमल में लाने की तैयारी इस बात का संकेत देती है कि नवी मुंबई पुलिस नशाखोरी और उसके सप्लायरों पर लगाम लगाने के लिए वाकई कितनी गंभीर है.

दर्जनों इलाकों में होता है नशे का कारोबार

बताना जरूरी है कि नवी मुंबई के कई इलाकों में नशाखोरी और नशे के सौदागरों का अड्डा है. इनमें मादक पदार्थ, गुटखा, तंबाकू जन्य पदार्थों की विक्री शामिल है. पनवेल मनपा क्षेत्र के  खारघर, तलोजा, पनवेल, कलंबोली और नवी मुंबई मनपा क्षेत्र के उलवे, बेलापुर-सीबीडी, वाशी और कोपरखेरणे आदि इलाकों में नशे का कारोबार जमकर चल रहा है. हजारों युवक नशाखोरी में लिप्त हैं. नवी मुंबई को नशाखोरी से सुरक्षित बाहर निकालने अपर पुलिस आयुक्त डॉ.बीजी. शेखर पाटिल ने टास्क फोर्स तैयार किया है. उनकी तैयारी नशे के सौदागरों पर सर्जिकल स्ट्राइक करने की है. कई कार्रवाईयां भी हो चुकी हैं जो आगे और भी तीव्र होने वाली हैं.

जनजागृति भी जरूरी

मादक पदार्थों के सेवन करने वाले आपराधिक गतिविधियों में शामिल हो जाते हैं. ऐसे दर्जनों  केस सामने आए हैं जो नशे में किए गए हैं. जाहिर है इस कारोबार का असर और जुड़ाव आर्थिक, आपराधिक और सामाजिक सबसे है. इसके लिए जितना जरूरी कार्रवाई है उतना ही जरूरी नशाखोरी के बचाव के लिए जागरूकता भी है. इसके लिए जनजागृति, ठोस कार्रवाई और समाज के संवेदनशील लोगों का समूह बनाकर अभियान को लागू करना होगा. अपर आयुक्त विश्वास जताते हैं कि यह सब होगा, और नवी मुंबई  नशे के मकड़जाल से मुक्त हो सकेगी.