'No honking campaign' started in Ulhasnagar

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उल्हासनगर. शहर में बढ़ते ध्वनी प्रदूषण (Noise Pollution) से मुक्ति दिलाने के अपने लक्ष्य को लेकर शहर की सामाजिक संस्था हिराली फाउंडेशन (Hirali Foundation) और उल्हासनगर यातायात विभाग (Ulhasnagar Traffic Department) ने संयुक्त रूप से 25 दिसंबर से शहर में ‘नो हॉन्किंग कैम्पेन’ शुरू किया है. ध्वनी प्रदूषण को रोकने के लिए  हिराली फाउंडेशन पिछले कुछ सालों से अपने स्तर पर प्रयत्नशील है.

‘नो हॉन्किंग कैम्पेन’ के नाम से शुरू हुए इस आयोजन में सहायक पुलिस आयुक्त दत्ता टोटेवाड और उल्हासनगर यातायात विभाग के प्रमुख श्रीकांत धरणे, फाउंडेशन की प्रमुख सरिता खानचंदानी की उपस्थिति में उल्हासनगर पुलिस स्टेशन कैम्प-1 यातायात विभाग के बाहर, गोलमैदान परिसर, छत्रपति शिवाजी महाराज चौक, नेताजी चौक पर बिना मास्क घूमने वाले गाड़ी चालकों के साथ गांधीगिरी की गई. किसी भी तरह से उन्हें दंडित नहीं किया गया, बल्कि उन्हें समझा बुझा कर कोरोना से विरुद्ध जंग में जीत हासिल करने के लिए मास्क कितना आवश्यक है. 

मुफ्त मास्क वितरण किए गए

ये जानकारी देते हुए मुफ्त मास्क वितरण किए गए. उल्हासनगर यातायात विभाग के अन्य पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों के साथ पत्रकार और अन्य नागरिकों ने हिस्सा लिया, ध्वनि प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए किए गए इस आयोजन में बुलेट चालकों को भी पटाखे की आवाज़ वाले साइलेंसर लगाने वालों को भी जानकारी देकर समझाकर आगाह किया गया. आयोजन की सफलता के लिए उल्हासनगर ट्रैफिक पुलिस और हिराली फाउंडेशन से जुड़े सदस्यों ने अथक परिश्रम किया.