File Photo
File Photo

  • धान की बिक्री के लिए तालुका के किसानों को जाना पड़ता है मुरबाड

Loading

अंबरनाथ. ठाणे जिले (Thane District) में धान की खेती इस साल बारिश से प्रभावित हुई है। मौसम (Weather)की आखिरी की बारिश (Rain) ने फसल पर पानी फेर दिया था। इसलिए धान की पैदावार कम होने की संभावना थी, लेकिन उसके बाद भी ठाणे जिले के अंबरनाथ तालुका (Ambernath Taluka) में धान का रिकॉर्ड उत्पादन (Record Production) हुआ है।

अंबरनाथ तालुका में सरकारी धान खरीद केंद्र नहीं है, इसलिए किसानों को अपना धान बेचने के लिए मुरबाड स्थित सरकारी खरीदी केंद्र में जाना पड़ता है। आसमानी संकट से उबरने के बाद किसानों को अब अपना धान बेचने के लिए मुरबाड का लंबा सफर तय करना पड़ता है।  इसमें समय की बर्बादी और आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।

60,000 हेक्टेयर पर धान की खेती की गई थी

मिली जानकारी के मुताबिक, इस वर्ष ठाणे जिले में लगभग 66,000 हेक्टेयर भूमि में धान की खेती करना यह हुआ था। इसमें से लगभग 60,000 हेक्टेयर पर धान की खेती की गई थी। शुरू में किसान बारिश के बारे में चिंतित था। आखिर की बारिश के कारण जिले में कई किसानों की सैकड़ों हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई थी, इस बारिश से जिले के लगभग 71 प्रतिशत किसान प्रभावित हुए,  हालांकि इस साल हर साल की तुलना में जिले में अधिक क्षेत्र में धान की खेती किए जाने की वजह से अंबरनाथ जैसे तालुका में धान की रिकॉर्ड फसल का उत्पादन हुआ है। धान के इतने बड़ी पैदावार के बाद किसानों में खुशी दिखाई दी, जो होना भी स्वाभाविक है। अंबरनाथ तालुका के किसानों को इसे बेचने के लिए पड़ोसी तालुकों में जाना पड़ता है। 

किसानों को हो रही दिक्कत

जिले की सबसे बड़ी तहसील मुरबाड है, 2 तहसीलों के किसान केंद्र में आते है। जिस कारण किसानों की भारी भीड़ हो जाती है। किसानों केंद्र पर जाने पर उन्हें वहां के कर्मचारी किसानों को 3 से 5 दिनों के अंतर का नंबर देते है। किसान इससे काफी दिक्कत महसूस कर रहे है। अंबरनाथ तहसील में 2 नगरपालिकाओं और 27 ग्राम पंचायतों का समावेश है। तहसील में बड़े पैमाने पर शहरी क्षेत्र है। इसके बाद भी धान की रिकॉर्ड पैदावार को लेकर जहां किसान खुश है, वहीं सरकार के कृषि विभाग में संतोष व्यक्त किया जा रहा है। 

स्वतंत्र धान क्रय केंद्र शुरू करने की मांग

किसानों को होने वाली परेशानी के मुद्दे पर स्थानीय पत्रकारों से बातचीत करते हुए अंबरनाथ तहसील के पिंपलोली वाडी गांव के निवासी किसान महादू उघडे ने कहा कि तालुका में एक बड़ा कृषि क्षेत्र होने के बावजूद अंबरनाथ तालुका से सरकार अन्याय कर रहीं है। उघडे ने अंबरनाथ तालुका के किसानों की सुविधा के लिए तहसील में ही एक स्वतंत्र धान क्रय केंद्र शुरू करने की मांग की है।