उल्हासनगर. ध्वनि प्रदूषण (Noise pollution) की रोकथाम के लिए उल्हासनगर (Ulhasnagar) सामाजिक संस्था (Social Institution) हिराली फाउंडेशन (Hirali Foundation) के माध्यम से सोमवार को कानों और आंखों की जांच शिविर का आयोजन हुआ, जिसका लाभ अनेक लोगों ने लिया। हाल ही में नीरी संस्था ने उल्हासनगर को सर्वोच्च प्रदूषित शहर घोषित किया है। ध्वनि प्रदूषण के सबसे अधिक शिकार शहर के नागरिकों के साथ ही पुलिस कर्मचारी हो रहे हैं।
इसी बात की गंभीरता को जानते हुए उल्हासनगर की सामाजिक संस्था हिराली फाउंडेशन की अध्यक्षा सरिता खानचंदानी और ऑडियोलॉजिस्ट डिंपल कुकरेजा ने संयुक्त रूप से ट्रैफिक पुलिस, पत्रकार व एनजीओ के लिए सोमवार की दोपहर 12 बजे से कानों की जांच के लिए आवश्यक ऑडियोग्राम टेस्ट का शिविर उल्हासनगर कैम्प 3 में आयोजित किया गया था। उल्हासनगर ट्रैफिक यातायात विभाग के अधिकारी कर्मचारियों, पत्रकार व एनजीओ प्रतिनिधियों की कानों की व आंखों की मुफ़्त जांच कराई गई।