Online education system failed in Tehsil

Loading

स्कूल शुरू करने की मांग

नवी मुंबई. लॉकडाउन के कारण स्कूलों की पारंपरिक पढ़ाई बंद है और छात्र ऑनलाइन एजुकेशन ले रहे हैं . छात्र 2 से 3 घंटे तक लगातार मोबाईल या टैब पर पढ़ाई कर रहे हैं. कुछ बच्चे जिनके पास लैपटाप या कम्प्यूटर है उस पर शिक्षा ले रहे हैं. हांलांकि हर हाल में छात्रों को लगातार इलेक्ट्रानिक गजेट्स पर ध्यान केन्द्रित करके रखना पड़ता है.

इन्टरनेट स्पीड घटी या नेटवर्क गड़बड़ाने पर छात्रों को कान लगाकर टीचर की बातें सुननी पड़ रही है. इस मामले में छात्रों का कहना है कि लगातार मोबाईल या टैब पर नजर गड़ाए रखने और कानों में ईयरफोन के ठूंसे रखने से सिर दर्द की शिकायत होने लगी है. बेलापुर के एक शिक्षक ने बताया कि बीते दिन कई छात्रों ने इसी वजह से ऑनलाइन  क्लास छोड़ दी. ऐसे में एक्सपर्ट मान रहे हैं कि भले ही बंद स्कूलों की शिक्षा आनलाईन तो मिल रही  है लेकिन अभिभावक अपने बच्चों की सेहत को लेकर चिन्तित होने लगे हैं.

बच्चों में तनाव और नेत्र दोष बढ़ेगा- डॉक्टर्स

छात्रों को ऑनलाइन  एजुकेशन देने पर कुछ डाक्टर्स भी सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि पहले हम बच्चों को लगातार टीवी देखने, या नेत्र विकार और अवसाद पैदा कर सकती है. ­­­­­­­­