Oxygen plant to be built in JNPT
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    नवी मुंबई. कोरोना (Corona) के मरीजों (Patients) की बढ़ती संख्या और इस बीमारी की तीसरी लहर (Third Wave) के आने की संभावना को देखते हुए जेएनपीटी (JNPT) ने उरण (Uran) स्थित अपने क्षेत्र में प्रति मिनट 350 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करने वाले प्लांट को लगवाने का निर्णय लिया है। 100 वर्ग मीटर के क्षेत्र में बनने वाले इस प्लांट के लिए जेएनपीटी 1 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है। इस प्लांट में तैयार होने वाली ऑक्सीजन का फायदा उरण क्षेत्र के हजारों मरीजों को मिलने की संभावना व्यक्त की जा रही है।

    गौरतलब है कि कोरोना के मरीजों का उपचार करने के लिए उरण और जेएनपीटी में सिर्फ 2 कोविड हेल्थ केअर सेंटर हैं। जिसमें मरीजों का उपचार करने की कुल क्षमता लगभग 125 बेड की है। जहां पर कोरोना के प्रथम और दुसरे स्टेज के मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इन दोनों  सेंटर में उपचार करा रहे जिन मरीजों को सांस लेने में परेशानी होती है।उनके लिए यहां पर ऑक्सीजन की कमी पड़े पैमाने पर महसूस की जा रही है।

    206 मरीजों की हो चुकी है मौत

    कोरोना की पहली और दूसरी लहर के दौरान उरण तहसील के क्षेत्र में इस बीमारी से अब तक 206 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 316 एक्टिव मरीजों का अब भी उपचार जारी है। कोरोना की दुसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण यहां पर सबसे ज्यादा मरीजों की मौत हुई है। तीसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी से किसी मरीज की जान नहीं जाने पाए। इसके लिए जेएनपीटी ने यहां पर ऑक्सीजन प्लांट बनाने का निर्णय लिया है। जिसके बारे में सारी तैयारी की जा रही है। ऐसी जानकारी जेएनपीटी के मुख्य वरिष्ठ प्रबंधक तथा सचिव जयंत ढवले ने मीडिया को दी।

    11 मई को निकाली गई है प्लांट के लिए निविदा

    जेएनपीटी के मुख्य प्रबंधक नितीन बोरवणकर के अनुसार 100 वर्ग मीटर के क्षेत्रफल में ऑक्सीजन प्लांट बनाया जाएगा। जिसके लिए 11 मई 2021 को निविदा जारी की गई है। निविदा के मंजूर होने पर 70 दिन में प्लांट को तैयार करने की समय सीमा दी जाएगी। ऑक्सीजन के अभाव में कोरोना के मरीजों की हो रही मौत को गंभीरता से लेते हुए भारत सरकार के शिपिंग मंत्रालय ने जेएनपीटी में ऑक्सीजन प्लांट तैयार करने के लिए कहा है। जिस पर अमल करते हुए जेएनपीटी प्रशासन के द्वारा यहां के कोविड हेल्थ केयर सेंटरों में ऑक्सीजन की आपूर्ति करने के लिए युद्धस्तर पर ऑक्सीजन प्लांट का निर्माण कराने की तैयारी की गई है।