ठाणे. कोविड टीकाकरण (Covid Vaccination) राष्ट्रीय अभियान के तहत 19 जनवरी 2021 से ठाणे जिले (Thane District) में टीकाकरण (Vaccination) भी शुरू हो गया है। जिले के सरकारी और निजी केंद्रों पर पिछले साढ़े छह माह में 26 लाख 13 हजार वैक्सीन (Vaccine)लगवाए गए हैं। इसमें भारतीय शोधकर्ताओं द्वारा विकसित को-वैक्सीन की लगभग दो लाख 83 हजार खुराक शामिल हैं। ऑक्सफोर्ड और एस्ट्राजेनेका के शोधकर्ताओं द्वारा विकसित और भारत में सीरम इंस्टीट्यूट के माध्यम से निर्मित कोविशील्ड वैक्सीन को 23.29 लाख खुराक दी गई है। को-वैक्सीन के टीकाकरण का प्रमाण 12 प्रतिशत है, जबकि कोवीशिल्ड का 88 प्रतिशत है।
राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान के तहत अब तक देश में 50.52 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। इसमें से 44 करोड़ 42 लाख या 85 फीसदी डोज कोविशील्ड की है। साथ ही शेष छह करोड़ 82 लाख डोज को-वैक्सीन की हैं। देश में 36। 88 करोड़ लोगों ने वैक्सिन की पहली और 13.11 करोड़ ने दूसरी खुराक ली है। ठाणे जिले में भी 23 लाख 13 हजार लोगों का वैक्सीनशन हो चुके हैं। इनमें से 16 लाख 78 हजार ने कोविशील्ड की पहली और छह लाख 51 हजार ने दूसरी खुराक ली है। एक लाख 79 हजार लोगों को को-वैक्सीन की पहली और एक लाख 3 हजार लोगों को दूसरी खुराक मिली है।
बढ़ेगी उत्पादन क्षमता
ऑक्सफोर्ड और पुणे में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा विकसित कोविशील्ड वर्तमान में प्रति माह 11 करोड़ खुराक का उत्पादन कर रहा है। इस महीने से यह संख्या बढ़कर 12 करोड़ हो जाएगी। हैदराबाद में भारत बायोटेक द्वारा विकसित को-वैक्सीन वर्तमान में प्रति माह 2,500 खुराक का उत्पादन कर रहा है। केंद्र सरकार ने साफ कर दिया है कि अब इसे बढ़ाकर 6.5 करोड़ किया जाएगा। दिसंबर के अंत तक करीब 100 करोड़ डोज के उत्पादन की उम्मीद है।
फेल हो रहा सरकार का दावा
केंद्र सरकार ने तीन महीने पहले दावा किया था कि टीकाकरण अभियान दिसंबर 2021 के अंत तक पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन इसके लिए कम से कम 260 खुराक की आवश्यकता होती है। हाल ही में जारी आंकड़ों के मुताबिक, वैक्सिन उपलब्ध होने पर भी इसकी डोज 160 करोड़ से ज्यादा नहीं जाएगी। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी नागरिकों को पहली खुराक भी नहीं मिल सकेगी। ऐसे में तय है कि सरकार का दावा फेल होगा।
जॉनसन के टीके की अनुमति
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने घोषणा की है कि अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन की एकल खुराक वाली कोरोना वैक्सीन को भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी दे दी गई है। यह देश का पहला सिंगल डोज वैक्सीन होगा। कोविशील्ड, को-वैक्सीन और स्पुतनिक वी टीके वर्तमान में देश में दिए जा रहे हैं। मॉडर्ना एंड जॉनसन के टीकों के आपातकालीन उपयोग की अनुमति है। फिलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि उक्त टीके कब तक उपलब्ध होंगे।