Plenty of potholes on the flyover, two wheeler drivers falling due to water filling the pits

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    भिवंडी. स्व. राजीव गांधी फ्लाईओवर (Flyover) की मरम्मत (Repair) बरसात के पूर्व नहीं होने की वजह से जगह-जगह भारी भरकम गड्ढों (Pits) की भरमार हो गई है। फ्लाईओवर पर जगह-जगह हुए गड्ढों में पानी भर जाने से दुपहिया चालकों को भारी परेशानी झेलनी पड़ती है और कई दुपहिया चालक गड्ढों में गिरकर हाथ-पैर तोड़ रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का आरोप है कि महानगरपालिका अधिकारी सब कुछ जानबूझकर भी चुप्पी साधे हैं।

    गौरतलब है कि स्व. राजीव गांधी फ्लाईओवर के मरम्मत के लिए  एमएमआरडीए द्वारा करीब 2 वर्ष वर्ष पूर्व 7 करोड़ रुपए की मंजूरी दिए जाने के उपरांत भी भिवंडी महानगरपालिका प्रशासन बरसात के पूर्व ओवरब्रिज की दुरुस्ती किए जाने में पूर्णतया असफल साबित हुई है। बरसात पूर्व फ्लाईओवर की मरम्मत नहीं होने का एकमेव मुख्य कारण सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों की मनमानी कार्यप्रणाली एवं अधिक कमीशन की डिमांड बताई जाती है। 

    जगह-जगह गड्ढों की भरमार 

    महानगरपालिका सूत्रों की मानें तो करीब डेढ़ वर्ष पूर्व दिल्ली स्थित हरक्यूलिस कंस्ट्रक्शन कंपनी को महानगरपालिका द्वारा फ्लाईओवर मरम्मत का ठेका दिया गया था, बावजूद सत्ताधारी जनप्रतिनिधियों की कमीशन की अधिक डिमांड की वजह से हरक्यूलिस कंपनी ने तंग आकर अपना 10 लाख रुपए का डिपाजिट भी छोड़ कर भिवंडी को बाय-बाय कहकर चली गई। हरक्यूलिस कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा फ्लाईओवर दुरुस्ती से हाथ झटक देने के उपरांत महानगरपालिका प्रशासन द्वारा पुनः टेंडरिंग की गई जो ठाणे स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी को मिला है। फ्लाईओवर मरम्मत का ठेका प्राप्त ठाणे स्थित कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा रिपेयरिंग का कार्य 2 माह पहले शुरू तो किया गया, लेकिन करीब 100 मीटर करने के उपरांत यह कह कर बंद कर दिया गया कि मरम्मत के लिए डांबर का कार्य होने से अब आगे मरम्मत का कार्य बारिश के उपरांत ही संभव है। शहर स्थित धामनकर नाका फ्लाईओवर की भी मरम्मत नहीं होने की वजह से पुल के ऊपर जगह-जगह गड्ढों की भरमार हो गई है।

    मरम्मत कार्य कराए जाने की अपील 

     बारिस में पानी भरे गड्ढे में गिर कर 2 पहिया वाहन चालक हाथ- पांव तोड़ने को विवश हैं। गड्ढों का आलम यह है कि फ्लाईओवर के दोनों प्रवेश द्वार पर ही भारी भरकम जानलेवा गड्ढे के होने से लोगों को राजीव गांधी फ्लाईओवर पर धामनकर नाका की तरफ से चढ़ना भी खतरे को दावत देने के समान है। कई बाइक सवार गड्ढों में गिरते दिखाई पड़ते हैं। शहर के  नागरिक अनस अंसारी, प्रभाकर यादव, नदीम अंसारी, पीडी यादव आदि का कहना है कि मनपा जनप्रतिनिधियों एवम अधिकारियों  की गलत नीतियों एवं कमीशन खोरी की आदत की वजह से शहर का सत्यानाश हो गया है।  ठेकेदार खासकर जनप्रतिनिधियों की कमीशन खोरी की डिमांड से बेहद परेशान हैं। अनुभवी ठेकेदार भी अगर भिवंडी में किसी भी विकास कार्य का ठेका लेता है तो जनप्रतिनिधियों को अच्छे काम से कोई मतलब नहीं सिर्फ कमीशन से मतलब होता है। भिवंडी में कोई भी  ठेकेदार कार्यों की गुणवत्ता पर ध्यान नहीं देते हुए भ्रष्टाचार में लिप्त होकर घटिया कार्यों को अंजाम देकर लीपापोती करता देखा जाता है। जागरूक नागरिकों ने मनपा कमिश्नर डॉ. पंकज आशिया से फ्लाईओवर की मरम्मत कार्य कराए जाने की अपील की है।

    फ्लाईओवर के मरम्मत का काम शुरू किया गया था , लेकिन बरसात की वजह से रुक गया है। गड्ढों की मरम्मत का कार्य जल्द किया जाएगा।

    -एल.पी. गायकवाड़,शहर अभियंता, भिवंडी महानगरपालिका