संजीव नाईक के समर्थकों ने फिर थामा एनसीपी का दामन

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  • भाजपा में पद नहीं मिलने से थे नाराज 

ठाणे. राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले ठाणे के पूर्व सांसद संजीव नाईक के ठाणे के कई समर्थकों ने फिर वापस एनसीपी की घड़ी अपने हाथ में बांध ली है. जिससे ठाणे के भाजपा को करारा झटका लगा है. वैसे सूत्रों की मानें तो हाल में ही भाजपा द्वारा ठाणे इकाई के पदाधिकारियों की सूची में जगह नहीं पाने से नाईक के कई समर्थक नाराज़ बताएं जा रहे है.

 बहरहाल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड और एनसीपी ठाणे शहर अध्यक्ष आनंद परांजपे की उपस्थिति में नाईक परिवार के करीबियों में से एक माने जाने वाले रविंद्र पालव ने एनसीपी में फिर से प्रवेश किया. इस दौरान उनके साथ उनके समर्थक तानाजी कोरडे और सौ.सुवर्णा खिल्लारी सहित कई कार्यकर्ताओं ने भी प्रवेश किया. इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए रविंद्र पालव ने कहा कि उनके जैसे धर्मनिरपेक्ष कार्यकर्ताओं के लिए भाजपा में स्थान ही नहीं दिखता है. उन्हें वहां पर घुटन सी महसूस हो रही थी, जिसके कारण आखिरकार वे अपने मूल पार्टी में आकर ख़ुशी महसूस कर रहे है. 

एनसीपी ने दिया महासचिव का पद 

गौरतलब है कि रविंद्र पालव ठाणे पूर्व सांसद संजीव नाईक के समर्थकों में से एक माने जाते हैं. नाईक परिवार जब एनसीपी को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे तो ठाणे के वागले इस्टेट में अपनी पैठ रखने वाले किसन नगर निवासी रविंद्र पालव ने भी भाजपा में चले गए थे. बहरहाल अब एनसीपी  में वापस आने पर ठाणे शहर अध्यक्ष आंनद परांजपे ने स्वागत किया और उन्हें पार्टी में ठाणे शहर जिला के महासचिव पद भी बहाल किया है. इस मौके पर पूर्व विरोधी पक्ष नेता और नगरसेवक मिलिंद पाटिल, परिवहन समिति सदस्य और कोपरी-पांचपाखाडी विधानसभा अध्यक्ष नितीन पाटिल, ब्लॉक अध्यक्ष विशाल खामकर, निलेश फडतरे, रत्नेश दुबे, अजय सकपाल, युवक उपाध्यक्ष विक्रम खामकर, युवक ब्लॉक अध्यक्ष रोहित भंडारी, सुभाष आंग्रे, शंकर कोलेकर आदि ने बधाई दी.