विपक्ष की आवाज ‘म्यूट’ कर देती है शिवसेना

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  •  नगरसेवक पवार ने लगाया आरोप
  • महासभा का लाइव वीडियो वेबसाइट पर जारी करें

ठाणे. मनपा की महासभा में सत्ताधारी शिवसेना या फिर प्रशासन की दृष्टि से अड़चनों वाले प्रश्न पूछने पर विपक्षी नगरसेवकों की आवाज को ‘म्यूट’ कर दिया जा रहा है. उक्त आरोप भाजपा नगरसेवक नारायण पवार ने लगाया है. पवार ने मांग की है कि इस संदर्भ में संबंधित कर्मचारियों को आदेश देने वाले पदाधिकारी अथवा अधिकारी के नाम का खुलासा किया जाना चाहिए. साथ ही उन्होंने महासभा के कामकाज का वीडियो वेबसाइट पर भी जारी करने की मांग की. 

विपक्ष के प्रश्नों को नहीं सुना जाता

ठाणे मनपा की दूसरी महासभा 18 सितंबर को आयोजित की गई थी. पहली महासभा की तरह दूसरी महासभा भी कोरोना के संक्रमण के फैलाव को देखते हुए मनपा ने वेबिनार के माध्यम से ही आयोजित की थी. इस महसभा में कुछ विशिष्ट नगरसेवकों की आवाज म्यूट किये जाने का आरोप नगरसेवक पवार ने लगाया है. पवार का कहना है कि विपक्षी दल के नगरसेवक जब कुछ विशेष प्रश्न अथवा एजंडा के संदर्भ में चर्चा करना चाहते हैं, प्रशासन अथवा सत्ता पक्ष के विरोध में बोलते हैं तो उनकी आवाज को बंद किया जा रहा है, जिसकी जांच की आवश्यकता है. साथ ही इस संदर्भ में उन्होंने एक पत्र भी महापौर नरेश म्हस्के को दिया है. 

जंबो खरीदी के मुद्दे पर आवाज दबाई

पवार ने आरोप लगाया है कि कोविड सेंटर व क्वारंटाइन सेंटर के लिए ख़रीदे गए लाखों रुपए के तकिया, चादर, नैपकिन, सहित अन्य सामानों की जंबो खरीदी के संदर्भ में बिल अदाएगी और टेंडर प्रक्रिया तथा दर को लेकर महासभा में वेबिनार के दौरान जब वे बोलने लगे तो उनकी आवाज दबाई गई, जो कि लोकतंत्र के विरुद्ध है. साथ ही उन्होंने इसमें सत्ताधारी और प्रशासन की मिलीभगत होने का भी आरोप लगाया.