नवी मुंबई में तूफानी हवाओं का कहरः बत्ती गुल, सड़कों पर गिरे पेड़

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नवी मुंबई. कोरोना महामारी के बीच बुधवार को तूफानी हवाओं के कहर से नवी मुंबई में जन जीवन अस्त व्यस्त रहा. दिन भर चली गरज के साथ बारिश और तेज हवाओं के कारण जहां स्लम इलाकों में घर उजड़ गए वहीं नेरुल, सानपाड़ा, बेलापुर एवं एमआईडीसी इलाकों में बड़े पैमाने पेड़ गिरे, जिससे सड़कें भी बाधित रहीं. पनवेल मनपा क्षेत्र में तूफानी हवाओं का असर ज्यादा दिखा. ओल्ड पनवेल और उलवे तथा उरण में भयंकर आंधियों के बीच बारिश ने मुश्किल खड़ी की. मिली जानकारी के अनुसार तूफानी एलर्ट के कारण अतिआवश्यक सेवाओं के लिए खोले गए कार्यालयों और बैंकों को भी बंद करना पड़ा. पनवेल और नवी मुंबई मनपा क्षेत्र में 30 ठिकानों पर पेड़ गिरने की घटनाएं हुई हैं. हालांकि कहीं से किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.

बंद रही बिजली, अवरूद्ध रहे रास्ते

गड़गड़ाती हवा और बारिश का असर बिजली की सप्लाई पर भी पड़ा. नेरुल और वाशी समेत कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भंग हुई. बेलापुर में सड़क पर पेड़ गिरने के कारण कुछ सड़कें बंद रहीं. खारघर सेक्टर 7 इलाके आंधियों के कारण बंद हुई विद्युत आपूर्ति 3 घंटों तक बाधित रही. हालांकि पनवेल के कई इलाकों में शाम तक बिजली और इंटरनेट सप्लाई बाधित रही. आप नेता रवि श्रीवास्तव ने बताया कि सिडको ने मानसून में आपदा नियंत्रण की तैयारी का दावा किया था जो शुरूआती तुफान में ही उजागर हो गया. प्रशासन लोगों को जवाब देने की तैयारी में नहीं है, ऐसे में सुविधा कब मिलेगी यह समझा जा सकता है.

बंद रही एपीएमसी की सभी मंडियां

मौसम विभाग की तूफानी  चेतावनी  के कारण कोरोना लॉकडाउन में चालू रहने वाली वाशी  के एपीएमसी मंडियों में बुधवार को खामोशी  छाई रही. एपीएमसी मसाला मार्केट के पुर्व संचालक एवं कैट के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किर्ती राणा ने कहा कि सुरक्षा सावधानियों के कारण मंडियों को बंद रखा गया था. उन्होंने कहा कि बारिश और तेज हवाओं के कारण कुछ गालों में नुकसान भी हुआ है. फिलहाल तुफान टला नहीं है इसकी वजह से गुरूवार को मंडियों को चालू रखने पर असमंजस है.

मछुआरों के लिए वाशी गांव में जागरूकता

भारी तूफान की तबाही के संकेतों के कारण नवी मुंबई मनपा अधिकारियों ने मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की अपील  की है. वाशी गांव में स्थानीय नगरसेविका फसीबाई भगत के प्रभाग में मनपा के आपदा  नियंत्रण अधिकारियों ने लाऊडस्पीकर के जरिए मछुआरों को अलर्ट किया. अधिकारी ने बताया कि मौसम विभाग ने अगले 3 दिनों तक भयंकर तुफान की चेतावनी दी है ऐसे में समुद्र में मछली पड़कने के लिए जाना जानलेवा हो सकता है. स्थानीय भाजपा नेता दशरथ भगत ने बताया कि वाशी गांव मुख्यतः आगरी कोली मछुआरों का इलाका है जहां के अधिकांश लोग मछली पकड़ने समुद्र में जाते हैं. तूफान की वजह से उनका नुकसान न हो इसके लिए मनपा के जरिए हम जागरूकता फैलाने में लगे हैं ताकि कोई भी मछुआरा बाहर न जाने पाए.