बुलेट ट्रेन परियोजना पर ठाणे मनपा का ब्रेक !

  • भूखंड देने से किया इनकार

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ठाणे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के महत्वाकांक्षी ‘बुलेट’ ट्रेन (Bullet Train Project) परियोजना के पूरे होने पर ब्रेक लगता नजर आ रहा है। क्योंकि ठाणे महानगरपालिका (Thane Municipal Corporation) में परियोजना के लिए शील डायघर स्थित भूखंड को देने से इंकार कर दिया है।

बुधवार को हुई मनपा की महासभा (General Assembly) में यह निर्णय हुआ। महापौर नरेश म्हस्के (Mayor Naresh Maheske) ने जमीन हस्तांतरण (Land transfer) प्रस्ताव की फाइल को बंद करने का आदेश जारी किया है। बिशेष बात यह रही  कि इस अवसर पर भाजपा नगरसेवक मौन रहे। वर्तमान में मेट्रो कारशेड (Metro Carshed) को लेकर राज्य और केंद्र सरकार के बीच तनाव बना हुआ है, ऐसे में बुलेट ट्रेन (Bullet train) को लेकर ठाणे मनपा के इस निर्णय से टकराव अधिक होने की संभावना बढ़ गयी है।

ठाणे मनपा के अधिकार क्षेत्र वाली शील डायघर स्थित 3 हजार 849 वर्गमीटर भूखंड बुलेट ट्रेन के लिए दिया जाना था। इसके लिए नेशनल हाई स्पीड रेल्वे कॉर्पोरेशन से 6 करोड़ 92 लाख 82 हजार ठाणे मनपा को मिलना था। इस तरह का प्रस्ताव जनवरी माह से महासभा के सामने आ रहा था। शिवसेना की तरफ से परियोजना को लेकर लगातार विरोध शुरू था, जिसके चलते प्रस्ताव पर कोई निर्णय नहीं हो पा रहा था।

बुधवार को हुई सभा में उस पर चर्चा हुई और शिवसेना के सदस्यों ने भूखंड देने को लेकर अपना विरोध कायम रखा। हालांकि भाजपा की तरफ से इस प्रस्ताव पर समर्थन मिलने की आशा थी। लेकिन शिवसेना के विरोध के बावजूद सभा में उपस्थित भाजपा नगरसेवक मौन बने रहे। जिसके बाद महापौर नरेश म्हस्के ने जमीन हस्तांतरण प्रस्ताव को रद्द करते हुए उसकी फ़ाइल को बंद करने का आदेश मनपा प्रशासन को दिया। 

इसके साथ ही मेट्रो ठेकेदार को कास्टिंग यार्ड के लिए बालकुम और कोलशेत में जगह न देने की बात भी महासभा में तय की गयी और उसे पूर्व में दिए गए गायमुख स्थित भूखंड पर जाने का निर्देश जारी किया गया है। पता हो की इससे पहले हुई महासभा में बाजार कीमत के हिसाब से ठेकेदार से किराया वसूलने और बालकुम और कोलशेत में जगह देने का निश्चय हुआ था। लेकिन अब महासभा में उसे भी रद्द कर दिया गया है।