ठाणे रेलवे स्टेशन की इमारत को मिले ऐतिहासिक दर्जा

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    ठाणे. ठाणे रेलवे स्टेशन (Thane Railway Station) इमारत को ऐतिहासिक दर्जा (Historical Status) दिलाने को लेकर सांसद राजन विचारे (MP Rajan Vichare) सतत प्रयासरत हैं।16 अप्रैल को ठाणे रेलवे स्टेशन के 168 साल पूरे हो रहे हैं। ऐसे में सांसद विचारे ने ठाणे रेलवे स्टेशन का दौरा किया। इस दौरान वास्तुविशारद हितेन सेठी, एसोसिएट के सुनील भालेराव, मध्य रेलवे के एडीआरएम इंफ्रा के आशुतोष गुप्ता, सिनियर डीईएन गर्ग, इलेक्ट्रिक विभाग के डीइई सूद, सिनियर डीसीएम एमएल मीना, ठाणे सीसीआय संदीप तिवारी, आरपीएफ के वी सिंह, स्टेशन मास्टर आर के मीना, ठाणे मनपा के उप कार्यकारी अभियंता निलेश पाटणकर के साथ पूर्व नगरसेवक गिरीश राजे, रमाकांत पाटिल और अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे।  

    इस दौरान सांसद राजन विचारे ने कहा कि ठाणे रेलवे स्टेशन की खतरनाक हो चुकी इमारत को कब जमींदोज किया जाएगा। साथ ही यहां पांच कार्यालयों और वेटिंग रुम को पार्किंग प्लाजा में स्थानांतरित किया जाने वाला है, ऐसे में वहां स्थानांतरित से संबंधित कामों को पूरा किया गया है कि नहीं। उन्होंने कहा कि यदि काम अभी अधूरा है तो उसे 30 अप्रैल तक पूरा कर लिया जाए। इसके बाद पूरानी इमारत को तोडऩे का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने सुझाव भी दिया कि इमारत के प्रारूप को वास्तुविशारद हितेन शेट्टी असोसिएट से तैयार कराया जाए।

    नई इमारत का ऐतिहासिक रुप दिखाई देना चाहिए

    नई इमारत का ऐतिहासिक रुप दिखाई देना चाहिए। साथ ही रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों के आते ही यात्रियों के तत्काल बाहर निकलने की रचना तैयार होनी चाहिए। इसके लिए कार्यालयों को पहले मंजिल पर रखा जाए और तल मंजिल पर किसी तरह के कार्यालय अथवा दुकानों रखने की बजाय उसे पूरी तरह खाली रखा जाए। सांसद ने रेलवे अधिकारियों को सुझाव देते हुए कहा कि ठाणे रेलवे स्टेशन पर मुंबई की तर्ज पर म्यूजियम के लिए गैलरी बनाई जाए, इसे लेकर नियोजित प्रारूप तैयार किया जाए। इस काम में निधि कम पड़ने पर सांसद निधि का उपयोग किया जाए।  कोपरी की तरफ बंद पड़े स्वचालित सिढिय़ों को वापस शुरू किया जाए। इसके साथ ही पेयजल, एसी शौचालयों की दुरूस्ती और वैकल्पिक शौचालयों को प्रवासियों के लिए शुरू करने को लेकर प्रमुखता से ध्यान देने की ताकीद विचारे ने दी।