Justdial Chhatrapati Shivaji Maharaj Hospital

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    ठाणे. ठाणे शहर (Thane city) में छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल (Chhatrapati Shivaji Maharaj Hospital) के पास एसटी कार्यशाला (ST Workshop) स्थल पर महानगरपालिका सुपरस्पेशलिटी अस्पताल (Municipal Superspecialty Hospital) तैयार करने के साथ ही ठाणे रेलवे स्टेशन (Thane Railway Station) के निकट एसटी के ही स्टैंड पर भूमिगत पार्किंग के निर्माण के लिए परिवहन विभाग (Transport Department) ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है। हालांकि कलवा स्थित जगह को  लेकर शहर में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। मूल रूप से एसटी विभाग को यह भूखंड शिवसेना के दिवंगत नेता स्वर्गीय आनंद दिघे के कारण मिली थी, लेकिन अब शहर में चर्चा है कि एसटी से उसी भूखंड को छीना जा रहा है। साथ ही  महानगरपालिका  के माध्यम से कलवा स्थित छत्रपति शिवाजी अस्पताल के लिए हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसके बावजूद आज भी इसमें सुधार होता नहीं दिख रहा है। ऐसे में अब अस्पताल को फिर से बनाए जाने पर सवाल उठाया जा रहा है।

    पिछले कई वर्षों से पालक मंत्री एकनाथ शिंदे कलवा में छत्रपति शिवाजी अस्पताल से सटे एसटी कार्यशाला के भूखंड का पुनर्विकास करने और ठाणे महानगरपालिका के माध्यम से यहां एक सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल स्थापित करने का प्रयास कर रहे हैं। तदनुसार हाल ही में मंत्रालय में एक विशेष बैठक के दौरान परिवहन मंत्री अनिल परब को परियोजना की एक संशोधित विकास योजना प्रस्तुत की गई थी, जिसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकृत दे दी गई है। हालांकि अब कलवा एसटी महामंडल की जगह को लेकर शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। स्वर्गीय आनंद दिघे के दिनों में निजी विकासकर्ताओं सहित राजनीतिक दलों की नजर जमीन पर थी। इसके बावजूद स्वर्गीय आनंद दिघे एसटी महामंडल के साथ खड़े रहे और तमाम विरोध के बावजूद भूखंड को एसटी को दिलाने में प्रमुख भूमिका निभाई थी। हालांकि अब जब उनकी ही पार्टी के एक नेता ने इस जगह सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनाने का फैसला किया है तो स्वर्गीय दिघे के मानने वालों में भारी नाराजगी है।

    हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है

    गौरतलब कि एसटी कार्यशाला के बगल में महानगरपालिका का छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल है, जिसके लिए महानगरपालिका के माध्यम से विभिन्न सुविधाएं प्रदान की गई हैं। साथ ही इसके लिए हर साल करोड़ों रुपए खर्च किए जा रहे है। ऐसे में सवाल उठने लगे है कि यदि अस्पताल की भूखंड पर ये सुविधाएं उपलब्ध करा दी जाती हैं, तो क्या एसटी का भूखंड उसके पास बना रहेगा। अतीत में ठाणे शहर की आबादी कम थी और शहर के दृष्टिकोण से सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की कोई आवश्यकता नहीं थी, लेकिन अब जब शहर की आबादी बढ़ गई है और शहर को एक सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की जरूरत है, यह कदम उसी के अनुसार उठाया गया है।  

    जिला इंटक कांग्रेस ने बताया गहरी साजिश, कलवा अस्पताल को सुपर स्पेशलिटी बनाने की मांग

    ठाणे में एसटी महामंडल की जगह पर प्रस्तावित सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और भूमिगत पार्किंग बनाने को लेकर जिला इंटक कांग्रेस ने इसे गहरी साजिश बताया है।  जिला इंटक कंग्रेस अध्यक्ष सचिन शिंदे का कहना है कि एक तो पहले से एसटी महामंडल की स्थिति ठीक नहीं है और अब उसकी जगह को हड़प करने की दिशा में कदम बढ़ाया गया है।  सचिन शिंदे ने कहा है कि कलवा स्थित एसटी वर्कशाप के ठीक बगल महानगरपालिका  का छत्रपति शिवाजी अस्पताल है तो सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल को वही बनाना चाहिए, उन्होंने साफ किया है कि वे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल और भूमिगत पार्किंग के विरोध में नहीं है बल्कि इस तरह एसटी महामंडल की जगह को हड़पने की साजिश के विरोध में हैं।  

    शिंदे ने कहा है कि मंत्रालय में एसटी वर्कशॉप की जगह पर अस्पताल निर्माण बनाने पर निर्णय तो हुआ लेकिन एसटी वर्कशॉप के लिए दूसरी जगह कहीं नहीं दी गई है।  ऐसे में अस्पताल की जगह पर सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बनेगा तो लोगों को सुविधा रहेगी और वर्कशाप भी बचा रहेगा। शिंदे ने पत्र के माध्यम से उनकी बातों पर विचार करने की मांग राज्य प्रशासन से की है।