कोरोना संक्रमण काल में चोरों का आंतक बढ़ा

  • सुरक्षा के दृष्टिकोण से पुलिस और व्यापारियों के बीच बैठकें शुरू

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ठाणे. कोरोना का संक्रमण अब धीरे-धीरे कम हो रहा है और व्यावसायिक प्रतिष्ठान के साथ दुकानें खुल रही हैं. लेकिन अब इन सभी के बीच चोरों का आंतक बढ़ता जा रहा है, जिससे निपटने के लिए अब व्यापारी और पुलिस एक साथ मिलकर सामना करने का निर्णय लिया है. इस संदर्भ में एहतियात के तौर पर, ठाणे और भिवंडी के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में व्यापारियों की बैठकें पुलिस द्वारा की जा रही हैं.

हालांकि ये बैठकें हर साल होती हैं, लेकिन मौजूदा समय कि बैठकें इसलिए भी अधिक महत्वपूर्ण मानी जा रही है. क्योंकि कोरोना काल में दौरान बेरोजगारी में वृद्धि से चोरी होने की संभावना अधिक है. वहीं झारखंड की बुरखा गैंग भी ठाणे में सक्रिय है व्यपारियों की दुकानों चोरी को अंजाम डर सकती ईसलिए सभी पुलिस सिस्टम सतर्क हो गया है. 

राज्य में जून के महीने में तालाबंदी की छूट के बाद अब जिले के छोटे व्यापारियों की दुकानें धीरे-धीरे संचालित होने लगी हैं.  अगले कुछ दिनों में दिवाली आने वाली है. इसलिए बड़ी संख्या में व्यापारी अपना माल बिक्री के लिए खरीद कर ला रहे हैं. खरीदारी के लिए ग्राहकों की भीड़ भी होना निश्चित है. वहीं कोरोना के दौरान बेरोजगारी भी तेजी से बढ़ी है. चोरी या डकैती को रोकने के लिए पुलिस द्वारा उचित कदम उठाए जा रहे हैं. 

अनुसार बुधवार की रात ठाणे और भिवंडी के विभिन्न पुलिस स्टेशनों में आभूषण व्यापारियों (सोनारों) की विशेष बैठकें हुईं. इन बैठकों में सराफा संघों के पदाधिकारियों और व्यापारियों ने भाग लिया. इन बैठकों में, पुलिस ने उन्हें सुरक्षा बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए इन सबकी जानकारी दी. वहीं पुलिस ने निजी तौर पर जानकारी देते हुए बताया है कि झारखंड की बुरखा गैंग ठाणे में सक्रिय हो गया है. गिरोह सराफा दुकानों पर अचानक हमला कर गहनों को चुराकर वहां से फरार हो जाते है. इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए अब पुलिस की गश्त बढ़ाई जाएगी. पुलिस ने कहा कि सराफा व्यापारियों के अलावा, बैंकों, कपड़ा व्यापारियों और अन्य क्षेत्रों के व्यापारियों के साथ भी बैठकें की जाएंगी.

व्यापारियों को इन बातों का करना होगा इंतजाम 

दुकान के बाहर सीसीटीवी कैमरे लगाए. एक कैमरे की दिशा सड़क की ओर होनी चाहिए. रात को दुकान बंद करके घर जाते समय सतर्क रहें. बंगाली कारीगरों पर नजर रखी जानी चाहिए. नए कारीगर / कामगार को काम पर रखते समय, फोटो और आधार कार्ड लेकर पहचान पत्र को पुलिस के साथ सत्यापित किया जाना चाहिए. मान्यता प्राप्त कंपनियों में सुरक्षा गार्ड होने चाहिए. गहने बनाने के लिए आने वालों के बारे में विस्तृत जानकारी रखें.