भिवंडी इमारत हादसे में मृतकों की कुल संख्या हुई 38

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  • मृतकों में 12 लड़कियां, 5 लड़के, 13 पुरुष सहित 8 महिला शामिल
  • मलबे में फंसी 3 साल की लड़की की खोज जारी

भिवंडी. भिवंडी स्थित धामनकर नाका पटेल कम्पाउंड में सोमवार रात्रि करीब सवा 3 बजे जिलानी बिल्डिंग हादसे में मृतकों की संख्या 38 पहुंच गई है. लगातार 3 दिन से बचाव राहत कार्यों में अनवरत जुटी एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, मनपा आपत्तिव्यवस्थापन की टीम मलबे को हटाकर जमीन में दबे हुए शवों को निकाल रही है. बुधवार को दोपहर से शुरू रिमझिम बारिश में भी जांबाज राहत कर्मियों की टीम ने बचाव कार्य जारी रखा ताकि मलबे को हटा कर अगर कोई शख्स जिंदा हो तो निकाला जा सके. घटनास्थल का आलम यह है कि मलबे से जब कोई शव निकलता देखते हैं तो परिजन, शुभचिंतक शिनाख्त करने वाले दौड़ पड़ते हैं और जब पहिचान का नहीं दिखता तो चेहरा गमगीन हो जाता है व फिर नए शख्स की मिलने की आस से बैठ जाते हैं. इमारत हादसे की बेहद दर्दनाक घटना से समूचे क्षेत्र में मातम पसरा हुआ है.

गौरतलब हो कि पटेल कम्पाउंड जिलानी इमारत जमींदोज हादसे में एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, मनपा आपत्तिव्यवस्थापन की संयुक्त टीम द्वारा कड़ी मेहनत से करीब 60 घण्टों से जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में कुल 38 शव मलबे से निकाले गए हैं. उक्त हादसे में करीब 3 परिवारों के सभी सदस्य मलबे में दबकर मौत के मुंह में समा चुके हैं. बचाव राहत टीम द्वारा कड़ी मेहनत व बेहद सूझबूझ से कार्यों को अंजाम देते हुए ठीक समय से 25 लोगों को मलबे से सुरक्षित निकाला गया अन्यथा हादसे का आंकड़ा बढ़ सकता था. क्षेत्रवासियों के अथक सहयोग से बचाव राहत कार्यो को अंजाम दिया जा सका है.

38 शवों में सर्वाधिक 17 बच्चे 

इमारत हादसे में मलबे से मिले कुल 38 शवों में सर्वाधिक 17 बच्चे जिनकी उम्र मात्र 2 से 14 वर्ष के मध्य है,सभी काल के गाल में समा चुके है.मौत के मुहं में जाने वालों में 12 लड़कियां व 5 लड़के शामिल हैं. हादसे में 13 पुरुष व 8 महिलाएं भी जान गवां बैठे हैं. आसपास के लोगों ने बताया कि इमारत खिसकते ही लोग बाहर निकलने के प्रयास में जुटे थे. उसी दौरान इमारत ढह गई, जिससे परिजनों को अपने जिगर के टुकड़ों को निकालने का अवसर नहीं मिला और इमारत जमींदोज होते ही छोटे-छोटे बच्चे बाहर नहीं निकल सके और मलबे के नीचे दब गए जो फिर शव के रूप में ही बाहर निकल सके. परिजन अपने जिगर के टुकड़े बच्चों के शव को देखकर बिलख-बिलख कर रोते दिखाई पड़े. 

आईजीएम अस्पताल में पोस्टमार्टम के उपरांत शवों को किया जा रहा परिजनों, संबंधियों के हवाले

इमारत हादसे में 3 दिन से मलबे से शवों के बाहर निकाले जाने का सिलसिला जारी है. सोमवार को घटित हादसे के दिन 10 व दूसरे दिन 11 सहित तीसरे दिन 17 शव मलबे से निकालकर शिनाख्त कर पोस्टमार्टम हेतु आईजीएम अस्पताल भेजा गया, जहां डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम कर पुलिस के कहने पर शवों को फौरन परिजनों, परिचितों के हवाले कर रही है.

कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने किया भिवंडी दौरा

महाराष्ट्र प्रदेश टेक्सटाइल, पोर्ट, मत्स्य पालन मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री असलम शेख नें घटनास्थल का दौरा कर वस्तुस्थिति का जायजा लिया. कैबिनेट मंत्री असलम शेख नें मीडिया कर्मियों के सवालों का जबाब देते हुए कहा कि सरकार अवैध निर्माण को लेकर बेहद सख्त है. भिवंडी में एफएसआई बढ़ाने का निर्णय जल्द लिया जाएगा. दोषियों को कदापि बख्शा नहीं जाएगा. कैबिनेट मंत्री असलम शेख ने आकस्मिक इमारत हादसों सहित धोखादायक इमारतों को रहिवासियों से खाली कराए जाने के उपरांत पीड़ित लोगों को आसरा दिए जाने हेतु ट्रांजिट कैम्प निर्माण हेतु कार्य किये जाने का आदेश देते हुए कहा कि भिवंडी मनपा ट्रांजिट कैम्प हेतु भूमि मुहैया कराए. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से चर्चा कर आर्थिक मंजूरी दिलाए जाने का कार्य वे खुद करेंगे, ताकि लोगों को घर से बेघर होने पर मनपा से आसियाना आसानी से सुलभ हो सके. उक्त मौके पर प्रदेश कांग्रेस महासचिव तारिक फारूकी, कांग्रेस शहर अध्यक्ष शोएब खान, कांग्रेस वरिष्ठ नगरसेवक प्रशांत लाड, वरिष्ठ कांग्रेस नेता केएम सोहेल खान, फूलचंद यादव, इकबाल सिद्दीकी आदि कांग्रेस पदाधिकारी उपस्थित थे. 

 शेख ने मनपा आयुक्त पंकज आसिया से भी की चर्चा

टेक्सटाइल मंत्री असलम शेख घटनास्थल का दौरा करने के उपरांत कांग्रेस महासचिव तारिक फारूकी, शहर अध्यक्ष शोएब गुड्डू के साथ भिवंडी मनपा मुख्यालय पहुंचे जहां मनपा आयुक्त पंकज आसिया से शहर विकास सहित कई अन्य मुद्दों पर चर्चा की.

जिलानी इमारत हादसे में मृतकों की संख्या 40 हो गई है लेकिन मलबे में चेहरा बिगड़ जाने से मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों की अथक कोशिशों के बाद भी 5 शवों की शिनाख्त नहीं हो सकी है.

1. अक्सा आबीद अन्सारी (14)

2. दानिश अबिद अन्सारी (11) 

3. सिराज अब्दुल शेख (28) 

4. जुबेर शफी कुरेशी (28) 

5. हुजेल जुबेर कुरेशी  (6) 

6. फाइजा जुबेर कुरेशी  (7)

7. फातिमा सिराज शेख (2)     

8. नादिया मुरादआली कंकाली (24) 

9. समीउल्लाह बेचैन शेख (72) 

10. इस्लाम मुरादआली कंकाली  (32)                         

11.नाजमा मुरादअली कंकाली  (55) 

12. अफसाना आलम अन्सारी (11)

13. आमान इब्राहिम शेख  (20) 

14. शाहीद अब्दुल्ला खान (32) 

15. आसद शाहीद खान  (04)   

16. नसीमा आरीफ शेख (30)   

17. आरीफ युसूफ शेख (35)   

18. सादीया आरीफ शेख (09)   

19. निदा आरीफ शेख (11)

20. सोहेल युसूफ शेख (20)     

21. जाबीरअली कमरूल्ला अन्सारी (32) 

22. हसनैन आरीफ शेख (03)   

23. मुदस्सीर मोहम्मद हनीफ अन्सारी (26)                         

24. अज्ञात महिला (35)           

25. शबाना जाबिरअली अन्सारी (03)                                   

26. जैद जाबिरअली अन्सारी (05)                                   

27. जुनैद जाबिरअली अन्सारी (02)                                     

28. शाकीरअली कमरूल्ला अन्सारी (40)                           

29. मोमीना शमीउल्लाह शेख (65)                                   

30. परवीन शब्बीर कुरेशी (28) 

31.मरीयम शब्बीर कुरेशी (04)

32. फरीदा बानो मुर्तझा खान (34)                                     

33. फरहा मोहम्मद खान (06) 

34. फलक मोहम्मद खान (05) 

35. रिहा मोहम्मद खान (03)   

36. शबनम जाबिरअली अन्सारी (28)

37. हैदर अली मोहम्मद मुजफ्फर अन्सारी (39) 

38. मोहम्मद मुर्तुजा उर्फ लाला मुस्तफा खान (33)

एक बच्चे की खोज के बाद बंद होगा राहत कार्य

बचाव राहत टीम ने शाम करीब 6:30 बजे के दौरान क्षेत्र में अनाउंस कराया कि अगर किसी का कोई भी पारिवारिक सदस्य अभी तक नहीं मिला है तो बताएं. उक्त घोषणा के उपरांत एक व्यक्ति ने आकर बताया कि उसकी करीब 3 साल की बच्ची अभी तक मलबे से नहीं निकली है, जिसके फौरन बाद बचाव राहत टीम ने बच्ची की खोज शुरू कर दी है. बचाव राहत टीम के अनुसार बच्ची की खोज किए जाने के बाद खोज कार्य बंद कर दिया जाएगा, क्योंकि अब कोई भी शव मलबे के नीचे नहीं है.