Six-foot distance in dim air is not enough to stop the spread of corona virus- study

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भाजपा और राकां के नगरसेवकों का समावेश

ठाणे. ठाणे के दो वरिष्ठ नगरसेवकों को कोरोना पॉजिटिव होने का मामला सामने आया है. इसमें से एक नगरसेवक कोपरी और दूसरा कलवा विभाग से है और दोनों क्रमशः भाजपा और राष्ट्रवादी कांग्रेस के नगरसेवक हैं.  इसके पूर्व ठाणे के निवासी राज्य के एक कैबिनेट मंत्री, एक शिवसेना के विधान परिषद सदस्य और उनका परिवार भी इस वैश्विक महामारी की चपेट में आ चुका है. हालांकि अब ये लोग कोरोना को मात देकर घर वापस लौट आए हैं. अब तक ठाणे मनपा की सीमा में कुल तीन नगरसेवक इस बीमारी से संक्रमित हो चुके हैं.  

अस्पताल में इन्हें भी बेड्स की कमी का सामना करना पड़ा

सूत्रों की मानें तो इन दोनों  नगरसेवकों का कोरोना टेस्ट बुधवार को पॉजिटिव आया और इसके बाद जब ये अस्पताल में भर्ती होने चाहे तो इन्हें भी बेड्स की कमी का सामना करना पड़ा. एक नगरसेवक को जहां घण्टों के इंतजार के बाद किसी तरह मुंबई के मुलुंड स्थित एक निजी अस्पताल के भर्ती हो पाए. वहीं दूसरे नगरसेवक को ठाणे में एक बड़े नेता का फोन जाने के बाद अस्पताल में बेड उपलब्ध हो पाया. इस तरह कोरोना का संक्रमण होने के बाद जिस प्रकार एक सामान्य ठाणे कर को निजी अस्पताल में भर्ती होने के लिए जो भागदौड़ करना पड़ता है वहीं अनुभव बुधवार को इन दोनों नगरसेवकों को भी हुआ.  

राहत बचाव कार्य मे जूट नगरसेवक भी कोरोना के चपेट में 

 ठाणे शहर में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है. इसके चपेट में तो आम लोग आ ही रही है. अब राजनेता और पार्टी के कार्यकर्ता भी आते दिखाई दे रहे है. इतना ही नहीं इस लॉक डाऊन में मजदूरों और बेसहारों को राहत सामग्री देने वाले नगरसेवक भी इस कोरोना के प्रकोप से नही बच पाया रहे है. इसके पहले  प्रतिदिन कातिब 80 हजार लोगों का पेट भरने वाले रही के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड और फिर पालघर के नागरिकों की सेवा करने वाले शिवसेना के विधान परिषद रवींद्र फाटक भी कोरोना के चपेट में आए थे. अब कोपरी वासियों के राहत बचाव कार्य करने वाले भाजपा नगरसेवक और कलवा में राहत का काम करने वाले राकां नगरसेवक भी इससे नहीं बच पाए.