आव्हाड के मदद से बची महिला की जान

Loading

  • 10 दिनों तक वेंटिलेटर पर जूझ रही थी जीवन और मौत के बीच जंग 
  • आव्हाड ने दिलाया मौके पर इंजेक्शन

ठाणे. कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक समस्या सांस लेने में होती है और इस समस्या से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है. इसके लिए सबसे अच्छा उपाय यह है मरीज को वेंटिलेटर पर रहना पड़ता है. इसी तरह की एक घटना ठाणे में हुई और एक महिला को कोरोना के संक्रमण के बाद सांस लेने में तकलीफ के चलते करीब 10 दिनों तक वेंटिलेटर पर रहकर जीवन और मौत के बीच जूझती रही. वहीं इस महिला को मदद के लिए राज्य के गृहनिर्माण मंत्री जितेंद्र आव्हाड आगे आए और ऐन मौके पर रेमडेशिविर नामक इंजेक्शन उपलब्ध कराकर महिला की जान बचाने में अहम भूमिका निभाई है. 20 दिनों के इलाज के बाद आखिरकार महिला अब स्वस्थ होकर घर लौट आई है. 

ठाणे के चंदनवाडी में रहने वाली रुपाली राजू चापले (46) के सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें नौपाडा के होरयाजन अस्पताल में इलाज के लिए 20 पहले भर्ती कराया गया था. जब टेस्ट कराया गया तो वह कोरोना संक्रमित मिली. यहां पर भी महिला को इलाज के कोविड अस्पताल में जगह नहीं मिल पा रही थी. जिसके बाद रुपाली के पति राजू चापले कई अस्पतालों का चक्कर लगाया, लेकिन उसे बेड उपलब्ध नहीं हो पाया.

अस्पताल में भर्ती कराया

आखिरकार वह इसकी जानकारी एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड और ठाणे एनसीपी अध्यक्ष आनंद परांजपे को दी. जिसके बाद परांजपे के निवेदन पर आव्हाड ने महिला को मेडिकल एसोशिएशन के सचिव डॉ. संतोष कदम और लाइफ केयर अस्पताल के डॉ. सुशील इंदोरिया से संपर्क कर रुपाली चापले को 21 जून को लाइफ केयर अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में भर्ती होने के बाद रुपाली चापले को सांस लेने में अधिक तकलीफ होने के कारण उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया था. साथ ही इस कालावधि में 2 बार एक्टिमेरा इंजेक्शन भी दिया गया. अस्पताल के डॉ. इंदोरिया ने भी  मेहनत करके भी रुपाली चापले की तबीयत में सुधार लाने में असफल दिखाई दिए. इसके बाद उन्होंने परिजनों को रेमडेशिविर नामक 6 इंजेक्शन की आवश्यकता को बताया और इसके बाद आव्हाड ने तत्काल इस इंजेक्शन को उपलब्ध कराया जिसके चलते महिला की जान बच गई. आखिरकार 20 दिनों तक अस्पताल में इलाज करा रही रुपाली चापले को शनिवार की शाम अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया. 

महिला ने डॉक्टर और अव्हाड का माना आभार 

वहीं, महिला अस्पताल से जब बाहर आई तो उसके चंदनवाड़ी स्थित घर पर कई नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर स्वागत किया. इस दौरान महिला रुपाली चापले ने मंत्री डॉ. जितेंद्र आव्हाड, आनंद परांजपे, डॉ. सुशील इंदोरिया और डॉ. संतोष कदम का आभार माना कि इन 4 लोगों के कारण और पति राजू चापले द्वारा दिए गए मनोबल के कारण ही आज वह कॉरोना जैसी बीमारी से ठीक होकर घर लौटी है.