महिलाओं को खेती का प्रशिक्षण देने वर्कशाप आयोजित

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खेती से संबंधित तकनीकी ज्ञान की दी गई शिक्षा

खेती स्कूल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में आए बदलाव 

इगतपुरी. किसान महिलाओं को अत्याधुनिक पद्धति से खेती कर फसलों के उत्पादन को बढ़ाने की पूरी जानकारी देने के लिये खेती स्कूल के माध्यम से वर्कशाप का आयोजन किया गया था. महिला प्रशिक्षित होकर निर्णय क्षमता के बल पर कृषि क्षेत्र में बदलाव लाएं. खेती स्कूल का यही मुख्य उद्देश्य है. कृषि पर्यवेक्षक प्रियंका पांडुले ने इगतपुरी तहसील के उभाडे और खेड में आयोजित खेती स्कूल में महिलाओं को प्रशिक्षण दिया गया. इगतपुरी तहसील के कृषि अधिकारी शीतल कुमार तवर के मार्गदर्शन में 29 खेती स्कूलों का आयोजन किया जाएगा. 

बुआई से लेकर कटाई का सिखाया गया गुर

इस स्कूल के माध्यम से किसानों को हर सप्ताह फसलों की बुवाई से लेकर कटाई तक, फसलों के बढ़ने की अवस्था के अनुसार मार्गदर्शन किया जाएगा. चावल की फसलों की परिसंस्था की जानकारी देने से महिला किसानों को फसलों में लगने वाले की़ड़ों में अंतर और कीड़ों का नियंत्रण कैसे किया जाए इसकी ट्रेनिंग दी गई. कृषि मंडल अधिकारी किशोर भरने ने कहा कि इस प्रकार के वर्कशॉप आयोजित करने से किसान महिलाओं में आत्मनिर्भरता पैदा होगी. महिला किसान समय रहते फसलों से संबंधित निर्णय लेकर होने वाले नुकसान से खेती को बचा सकती हैं. इस वर्कशॉप में कृषि सखी सुवर्णा सुरुडे, उद्योग सखी जयश्री सुरुडे, बचतगट प्ररिका मथुरा सुरुडे, पूर्व सरपंच कमला गोनके, कृषि मंडल अधिकारी किशोर भरते, कृषि सहायक रुपाली बिडवे, कृषि पर्यवेक्षक प्रियंका पांडुले के साथ कृषि मंडल की सभी महिला किसान और गांववासी उपस्थित थे.