प्रकृति खूबसूरती का शानदार उदाहरण है कर्नाटक का चिकमगलूर

Loading

कोरोना महामारी के कारण लोग अपने घर में कैद होने के लिए मजबूर हो गए हैं। लेकिन जैसे-जैसे लॉकडाउन हट रहा है वैसे-वैसे लोग अब घूमने के लिए अच्छे डेस्टिनेशन ढूंढ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको बता रहे हैं कर्नाटक का चिकमगलूर के बारे में। यह एक तरह रोमांचक हिल स्टेशन है, जो प्रकृति खूबसूरती और शानदार वातावरण के लिए जाना जाता है। तो आइए जानते हैं यहाँ के खूबसूरत जगहों के बारे में….

कुद्रेमुख नेशनल पार्क-

चिकमगलूर में वैसे तो देखने लायक बहुत सी जगह है जो कि आपको बहुत रोचक लगेंगी, लेकिन आज हम बात करेंगे कुद्रेमुख नेशनल पार्क की, जोकि घूमने और यात्रा के लिए सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। पश्चिमी घाट के प्राचीन वातावरण में स्थित कुद्रेमुख नेशनल पार्क समुद्र तल से लगभग 1800 मीटर की ऊँचाई पर है तथा चिकमगलूर शहर से लगभग 96 किमी दूरी पर स्थित है। यहां आपको कई प्रकार के जीव जन्तु जैसे कि तेंदुए, भालू और गौर इत्यादि आसानी से घूमते मिल जाएंगे तथा यहां कि सुंदरता को चार-चांद लगाने के लिए फूलों की सबसे अच्छी प्रजातियों का एक प्रभावशाली बुटीक है। जहां आपको रंग – बिरंगे व मनको मोह लेने वाले फूलों की अनेकों प्रजातियां मिल जाएगी। वैसे तो आप यहां साल भर में कभी भी आ सकते है लेकिन सर्दियों के दौरान यह अपनी सुंदरता कि चरम सीमा पर होता है तथा यहां का वातावरण भी आपके लिए बहुत ही अनुकूल रहेगा।     

मुल्लानगिरी-

चिकमगलूर कर्नाटक के सबसे मुख्य जगहों मे से एक है जिससे लगभग 12 किमी दूरी पर आपको मुल्लानगिरी नामक कर्नाटक कि सबसे ऊंची चोटी देखने को मिल जाएगी। आपको यह जान कर अच्छा लगेगा कि मुल्लानगिरी हिमालय और नीलगिरी के बीच का सबसे ऊँचा पर्वत है जो कि बहुत सुंदर है। मुल्लानगिरी पर्वत के शिखर पर एक मंदिर भी स्थित है, जो भगवान शिव को समर्पित है। जिसके दर्शन करने लोग दूर – दूर से यात्रा करके आते है। जो लोग अपनी यात्रा मे ट्रैकिंग करने तथा एडवेंचर पसंद करते है उनके लिए मुल्लानगिरी पर्वत एक खास स्थान माना जाता है, जो कि आपको जीवन भर याद रहेगा। 

बाबा बुदान गिरि-

चिकमंगलूर में देखने के लिए स्थानों में बाबा बुदगिरी रेंज एक बहुत ही प्रमुख स्थल है। यहां तीन गुफाएं मौजूद हैं, जहां तीन सिद्धों को दफनाया गया है। घूमने तथा गुफाओं को एक्सप्लोर करने के इच्छुक लोगों को एक बार इस यहां ज़रूर आना चाहिए। यहां हर साल एक वार्षिक समारोह भी आयोजित किया जाता है। जिससे देखने दूर – दूर से लोग आते है। बाबा बुदान गिरि को चन्द्र द्रोण पर्वत के नाम से भी जाना जाता है।

भद्रा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी-

भद्रा वाइल्ड लाइफ सेंचुरी चिकमगलूर सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक है, जो कि एक संरक्षित क्षेत्र और प्रोजेक्ट टाइगर क्षेत्र भी है। यहां आपको कई प्रकार के जंगली जानवरों तथा पक्षियों कि प्रजाति देखने को मिल जाएगी, तो यह सब कुछ देखने के लिए आपको ज्यादा नहीं केवल चिकमगलूर शहर से लगभग 35 किमी दूर ही जाना है। यहां कि वाइल्ड लाइफ सेंचुरी का नाम भद्रा रखने का भी कारण है। 

यहां भद्रा नदी अभ्यारण्य से होकर बहती है और इसीलिए यहां के मिल निवासियों ने इसका नाम भद्रा वन्यजीव अभ्यारण्य रख दिया। यदि आप प्रकृति को पास से महसूस करना है तथा जीव – जंतुओं मे भी खास रुचि है, तो यह आपको ज़रूर आना चाहिए। लगभग 250 प्रजातियां तो आपको सिर्फ पक्षियों की देखने मिल जाएगी।