जर्मनी ने इन देशों पर से हटाया यात्रा प्रतिबंध, डेल्टा वेरिएंट थी प्रतिबंध की वजह, अब जानें क्या हैं गाइडलाइन्स

    Loading

    बर्लिन : कोरोना का संकट इस कदर छाया हुआ है, कि इसे देख दुनिया के कई देशों ने सावधानी बरतते हुए बाकी देशों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाए थे। हालांकि अब कम हो रहे मामले को देखते हुए जर्मनी ने थोड़ी ढील देते हुए विदेश यात्रियों के लिए प्रतिबंध हटा दिए हैं। जर्मन सरकार ने कोरोना के डेल्टा वेरिएंट (Delta Variant) से प्रभावित भारत, ब्रिटेन और पुर्तगाल समेत कई देशों के नागरिकों की यात्रा पर लगा प्रतिबंध हटा दिया है।

    जर्मनी के स्वास्थ्य एजेंसी ने किया ऐलान

    जर्मनी की स्वास्थ्य एजेंसी ने सोमवार को यह जानकारी दी। स्वास्थ्य एजेंसी राबर्ट कोच इंस्टीट्यूट  (RKI) ने कहा कि भारत, ब्रिटेन के अलावा तीन अन्य देशों के नागरिकों पर लगी पाबंदी हटाई गई है। संस्थान ने कहा कि नेपाल, रूस को भी पाबंदी वाली सूची से हटाया गया है। इन्हें वायरस वेरिएंट कंट्रीज की जगह ज्यादा मामले वाले देशों की सूची में रखा जाएगा। यूरोपीय संघ के ज्यादातर देशों में भारतीयों की यात्रा पर पहले प्रतिबंध था, जो अब हट रहा है।

    भारत, ब्रिटेन, पुर्तगाल के लोग कर सकेंगे यात्रा

    पाबंदी हटाने का यह असर होगा कि जर्मनी के निवासी या नागरिक न होने पर भी इन देशों के यात्री जर्मनी की यात्रा कर सकेंगे। हालांकि उन्हें क्वारंटाइन और टेस्टिंग के नियमों का पालन करना है। जर्मनी ने इससे पहले वायरस वैरिएंट कंट्री (Virus Variant Country) की पॉलिसी अपनाई थी, जिसके तहत कोरोना वायरस के नए वेरिएंट से प्रभावित इन देशों के यात्रियों के जर्मनी में प्रवेश पर रोक थी। लेकिन जर्मन स्वास्थ्य मंत्री जेंस पान ने पिछले हफ्ते कहा था कि डेल्टा वेरिएंट देश में तेजी से सक्रिय होता जा रहा है। लिहाजा इस वेरिएंट से ज्यादा प्रभावित देशों के यात्रियों पर से प्रतिबंध हटाया जा सकता है। 

    कोरोना वैक्सीन है जरूरी

    उन्होंने कहा कि ज्यादातर वैक्सीन डेल्टा वैरिएंट के खिलाफ कारगर पाई गई हैं। लिहाजा हम प्रतिबंध हटाने का फैसला कर रहे हैं। चांसलर एंजेला मर्केल (Chancellor Angela Merkel) ने भी शुक्रवार को लंदन यात्रा के दौरान संकेत दिया था कि जर्मनी डेल्टा वैरिएंट को लेकर अपनी नीति में बदलाव कर सकता है। पिछले महीने मर्केल ने ब्रिटेन से आने वाले यात्रियों के लिए कड़े पाबंदियों के साथ लंबे क्वारंटाइन अवधि की घोषणा की थी, क्योंकि उस देश में डेल्टा वैरिएंट के मामले बढ़ रहे थे। उन्होंने कहा था कि ट्रेवल एडवाइजरी (Travel Advisory) को नरम बनाया जाएगा और इसके लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह के आधार पर फैसला लिया जाएगा। ऐसे में दोनों कोरोना वैक्सीन ले चुके यात्रियों के जर्मनी में प्रवेश का रास्ता साफ हो सकता है। 

    इन देशों को मिली वैक्सीन को पासपोर्ट पर मान्यता 

     गौरतलब है कि भारत ने उसकी वैक्सीन को पासपोर्ट पर मान्यता न देने वाले यूरोपीय संघ को पिछले हफ्ते कड़ी चेतावनी जारी की थी और ऐसे ही जवाबी कदम उठाने की बात कही थी। इसके बाद यूरोपीय संघ के सात देशों ऑस्ट्रिया, जर्मनी, स्लोवेनिया, ग्रीस, आइसलैंड, आयरलैंड और स्पेन के साथ स्विट्जरलैंड ने भारत की कोविशील्ड को मान्यता दे दी है. यह मंजूरी यात्रा के लिए बहुत जरूरी थी। मौजूदा समय में किसी भी देश की यात्रा के लिए वैक्सीन पासपोर्ट बेहद जरूरी है।