शानदार मौका : पहले घूमें बाद में चुकाएं पैसे, जानें क्या है आसान तरीका

    Loading

    नई दिल्ली : कोरोना की वजह से एक डेढ़ साल से मानों सब बंद पड़ा था। फिर चाहे किसी की नौकरी,बिसनेस हो या टूरिजम क्षेत्र। ऐसे में कोरोना से सुधर रहे हालातों को देखते हुए दुनिया भर में ट्रवेल इंडस्ट्री ने अपना काम शुरू कर दिया हैं। लेकिन इतने महीनो से घर में पड़ें लोगो के पास इतनी अभी आमदनी कहा की वे घूमने जा सके। लेकिन लोग घूमने जायेंगे ही नहीं तो ट्रेवल इंडस्ट्री फिर से कैसे अपने पैरो पर खड़े हो पाएगी इसलिए टूरिजम क्षेत्र ने अपना बिज़नेस चलने के लिए नया और आकर्षक तरीका अपनाया हैं जिसके तहत बिना पैसों के लोग घूम भी सकेंगे और टूरिजम क्षेत्र को आमदनी भी होगी। 

    ‘हॉलिडे  पे व्हेनफर्स्ट, यू रिटर्न’ 

    कोरोना काल में लोगों के पास तंगी को देखते हुए कंपनियां पहले घूमें और बाद में भुगतान करें जैसे ऑफर्स दे रही हैं। थॉमस कुक इंडिया और एसओटीसी ट्रैवल ने लोगों को रिझाने के लिए ‘हॉलिडे  पे व्हेनफर्स्ट, यू रिटर्न’ योजना शुरू की है। इसमें आप सैर-सपाटे से लौटने के बाद भुगतान कर सकते हैं। इसके लिए थॉमस कुक ने एनबीएफसी कंपनी संकाश से हाथ मिलाया है। पैसे नहीं तो घूमने कैसे जाए? इस समस्या से भरे प्रश्न का आपको जवाब मिल ही गया।  तो देर किस बात की जल्दी से इस मौके का फायदा उठाइये और घूमने जाइए। 

    घूमने के लिए इतने लाख तक मिलेगा कर्ज 

    किसी ने कभी सोचा भी न होगा की घूमने के लिए ट्रेवल इंडस्ट्री खुद कर्ज देने की सुविधा देगी। ग्राहकों को पहले थॉमस कुक या एसओटीसी ट्रैवल पर यात्रा पैकेज चुनना होगा और उसके बाद गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) संकाश पर आवेदन करना होगा। ग्राहकों की पात्रता जांचकर तय किया जाएगा कि उन्हें कितना कर्ज दिया जा सकता है। एसओटीसी ट्रैवल के मुताबिक ग्राहकों को कर्ज चुकाने की क्षमता के हिसाब से 10,000 रुपए से 10 लाख रुपए तक मंजूर किए जाते हैं। 

    यात्रा होने के बाद अगले महीने से कटेगी कर्ज की क़िस्त 

    कर्ज को लेकर जैसे आम बैंकों में कुछ प्रकिया होती हैं ऐसेही यहां पर भी हैं। संकाश ग्राहकों से पैन, आधार, तीन महीने का बैंक स्टेटमेंट, सैलरी स्लिप या कारोबारियों से दो साल का आयकर रिटर्न मांगती है। इसे देखकर कर्ज की रकम तय की जाती है। यात्रा से लौटने के बाद अगले महीने के पांचवें दिन से मासिक इंस्टालमेंट या ईएमआई शुरू हो जाती है। यदि उस तारीख से पहले ही आप पूरी रकम चुका देते हैं तो कोई ब्याज नहीं देना होगा. कर्ज की 3, 6, 9 या 12 महीने की किस्तें बन सकती हैं। ब्याज दर हर महीने 1 फीसदी रहेगी। 3 महीने के लिए 3 फीसदी और छह महीने के लिए 6 फीसदी ब्याज हैं।