बदायूं. एक खबर के अनुसार उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बदायूं (Badaun) में महिला के साथ हुए भयानक गैंगरेप और हत्या (Gangrape and Murder) की घटना के मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण (Mahant Satynarayan) को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया है। गौरतलब है कि बीते 2 दिनों से वह फरार था। यही नहीं पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपये का इनाम भी घोषित किया हुआ था। बदायूं जिला मजिस्ट्रेट कुमार प्रशांत ने गुरुवार आधी रात को बताया कि सत्यनारायण एक गांव में अपने अनुयायी के घर में छिपा हुआ था जहां से उसे दबोचा गया। पुलिस ने उसे उसे फौरन गिरफ्तार कर फिलहाल पूछताछ कर रही है।
This arrest video of temple priest accused in Badaun gangrape-cum-murder case speaks volumes about the monitoring by senior officials who sent two constables on Hero splendor to arrest the accused held by a frenzy crowd. pic.twitter.com/L3D217DHbb
— Piyush Rai (@Benarasiyaa) January 7, 2021
Courtsey: Piyush Rai
बता दें कि इस घटना पर CM योगी (Yogi Adityanath) कि सीधे नजर थी और उन्होंने मुख्य आरोपी को गिरफ्तार करने के एसटीएफ (STF) को आदेश दिया था। इसके बाद जिला पुलिस के साथ एसटीएफ (STF) को भी मामले की जांच के आदेश दे दिए गए थे। आरोपियों पर NSA के तहत कार्रवाई करने के आदेश भी दिए गए थे। साथ ही इस मामले के मुख्य आरोपी पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया था।
CM योगी का था कहना, दोषियों को नहीं जाएगा बख्शा :
जहाँ इस घटना के चलते विपक्षी दलों ने योगी सरकार को काफी घेरने की कोशिश भी की थी। हालांकि इधर CM योगी का साफ़ कहना था कि बदायूं की घटना अत्यंत निंदनीय और भयानक है। इसमें संलिप्त अभियुक्तों के विरुद्ध कठोरतम कानूनी कार्रवाई होगी और इस घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट की भी होगी एक और जांच:
बता दें कि बदायूं में मंदिर में महिला के साथ हुई दरिंदगी के मामले में अब एक और गहन जांच की जाएगी। यह जांच पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक होने से जुड़ी होगी। अब बदायूं जिला प्रशासन ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक करने की मजिस्ट्रेटी जांच का आदेश दिए हैं। बदायूं DM ने यह जांच SDM को सौंपी है और उनसे नौ जनवरी तक जांच रिपोर्ट मांगी गई है। बता दें कि इस पोस्टमार्टम रिपोर्ट लीक होने से ही महिला के साथ हुई भयंकर दरिंदगी का खुलासा हुआ था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बताया गया था कि महिला के प्राइवेट पार्ट में गंभीर जख्म थे और उसकी एक टांग भी टूटी हुई थी।
क्या थी घटना:
दिल दहला देने वाला ये निर्भयाकांड बदायूं के उद्यैती थाना क्षेत्र का है, जहां 3 जनवरी की शाम 50 साल की एक आंगनबाड़ी सेविका एक मंदिर में पूजा करने हेतु गई थी। इधर ये महिला मंदिर में पूजा कर रही थी। वहीं आरोप है कि मंदिर में ही मौजूद महंत सत्यनारायण, उसके चेले वेदराम और ड्राइवर जसपाल ने महिला को वहीं दबोच लिया। इन तीनों ने महिला के साथ दरिंदगी की सारी हदें ही पार कर दीं थी। इन दरिंदों ने महिला के साथ गैंगरेप किया। जहाँ इन दरिंदों ने महिला के पैर की हड्डी तोड़ डाली, पसलियां तोड़ी। सीने पर भारी वस्तु से प्रहार भी किया। यही नहीं इन दरिंदों ने तो दिल्ली के निर्भयाकांड की तर्ज पर महिला के प्राइवेट पार्ट में राडनुमा चीज भी घुसेड़ डाली। इसके बाद 3 जनवरी की रात 11 बजे महंत और उसके चेले महिला की खून से लथपथ लाश को उसके घर पर ही फेंककर चले गए। कपटी महंत सत्यनारायण ने घर वालों को बताया कि महिला की लाश कुएं में पड़ी मिली थी, इसके बाद तो उसने पुलिस से लेकर मीडिया को भी गुमराह करने की पूरी कोशिश की थी।
पुलिस की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल:
इधर इस पुरे मामले में पुलिस की भूमिका भी संग्दिग्ध रही बदायूं पुलिस इस महंत की कहानी पर ही अपनी कार्यवाई चला रही थी। लेकिन बाद पुलिस ने महंत से पूछताछ तो की, लेकिन उसे गिरफ्तार करने की जहमत बिलकुल नहीं उठाई, जिसकी वजह से मंगलवार की सुबह तक तीनों आरोपी गांव से फरार हो गए थे, क्योंकि उन्हें भागने का समुचित समय मिला था।
इधर मृतका के परिवार वालों का कहना है कि घटना वाली रात को पुलिस ने रात 11 बजे तक उन्हें अटेंड नहीं किया। परिवार का कहना था कि आरोपियों ने दरवाजे की कुंडी खटखटा के डेडेबॉडी फेंकी और भाग गए। परिवार का ये भी आरोप है कि पुलिस ने सुबह मामले को देखने की बात कही थी। मामला तूल पकड़ते देख, पुलिस ने आंगनबाड़ी सेविका के परिजनों की तहरीर पर महंत सत्यनारायण, चेला वेदराम और ड्राइवर जसवाल के खिलाफ गैंगरेप और हत्या का मामला दर्ज किया।हाल फिलहाल खबर लिखे जाने तक मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को पुलिस ने अपनी गिरफ्त में ले लिया था और उससे पूछताछ भी जारी थी।