langra-mango
File Photo

Loading

लखनऊ. बनारस (Banaras) का मशहूर लंगड़ा आम (Mango), काला चावल (Black Rice) और तीखी हरी मिर्च (Green Chillies) अब विदेशों (Foreign) में अपना जलवा बिखेरेगी। अब खास बनारस के लंगड़ा आम, काला सांबा चावल और मिर्च को देश विदेश में पहुंचाने के लिए विश्व स्तरीय पैक हाउस बनेगा। कृषि उत्पादों को लंबे समय सुरक्षित रखने और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर (International Level) की पैकिंग उपलब्ध कराने के लिए वाराणसी के हवाई अड्डे पर पैक हाउस (Pack House) बनाया जाएगा। बीते तीन सालों से बनारस का लंगड़ आम, मिर्च और काला चावल (Black Rice) विदेशों को भेजा जा रहा है और खूब पसंद किया जा रहा है।

वाराणसी में इंटरनेशनल पैक हाउस जल्द ही बनकर होगा तैयार

बीते कुछ सालों से एपीडा और फार्मर्स प्रोड्यूसर्स आर्गनाइजेशन (FPO) की मदद से वाराणसी से कृषि उत्पादों का देश व विदेशों में निर्यात किया जा रहा है। वाराणसी के कमिश्नर दीपक अग्रवाल ने बताया कि एपीडा और उद्यान विभाग की ओर से किसानों को प्रशिक्षण दिया जा रहा जिससे वो निर्यात के लायक अपने उत्पाद तैयार कर सकें। उन्होंने बताया कि वाराणसी को एग्री एक्सपोर्ट हब बनाने के लिए हाल ही में लाल बहादुर शास्त्री अंतरर्राषट्रीय हवाई अड्डे पर पांच टन की क्षमता के कोल्ड चैंबर का निर्माण किया गया है। 

इसके साथ ही वाराणसी से कृषि उत्पादों को कंटेनरों के जरिए जलमार्ग से कोलाकाता भेजने और वहां से दक्षिण पूर्व एशियाई देशों तक निर्यात की व्यवस्था की गयी है। इसके लिए वाराणसी में रिवर पोर्ट विकसित किया गया है। अग्रवाल के मुताबिक जल्दी ही योगी सरकार और केंद्र सरकार की मदद से वाराणसी में इंटरनेशनल पैक हाउस बनकर तैयार हो जाएगा।

जीआई विशेषज्ञ डा. रजनीकांत के मुताबिक वाराणसी और आसपास के कई कृषि उत्पादों का नाबार्ड की मदद से पंजीकरण कराया जा रहा है। जीआई मिलने के बाद इस क्षेत्र के केला, आवंला और फूलों का विदेशों को निर्यात हो सकेगा।वाराणसी के चार एफपीओ और मुंबई की वेजिटेबल एंड फ्रूट एक्सपोर्ट एसोसिएशन (Vegetable and Fruit Export Association) के बीच हुए करार के बाद पहली बार 2019 में 14 टन हरी मिर्च का दुबई में निर्यात हुआ 

– राजेश मिश्र