लखनऊ. भाजपा विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड का आरोपी कुख्यात इनामी बदमाश हनुमान पांडे उत्तर प्रदेश पुलिस के विशेष कार्यबल (एसटीएफ) के साथ रविवार को मुठभेड़ में मारा गया। अधिकारियों ने बताया कि कथित माफिया सरगना मुख्तार अंसारी का करीबी माना जाने वाला हनुमान पांडे उर्फ राकेश पांडे लखनऊ के सरोजनी नगर इलाके में रविवार तड़के हुई मुठभेड़ में मारा गया जबकि उसके साथी भागने में कामयाब रहे। एसटीएफ ने एक बयान में बताया कि अपराधी पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था। मुठभेड़ के दौरान गोली लगने से वह घायल हो गया और इलाज के दौरान उसकी मौत हो गयी ।
पांडे वर्ष 2005 में गाजीपुर जिले के भांवर कोल इलाके में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के मामले में भी आरोपी था। वह बागपत जेल में मारे गए कुख्यात सरगना मुन्ना बजरंगी का भी करीबी बताया जाता था। इससे पहले, एसटीएफ के सूत्रों ने बताया कि मुखबिर ने सूचना दी थी कि कुख्यात शूटर हनुमान पांडे और उसके गिरोह के सदस्य किसी घटना को अंजाम देने के लिए इकट्ठा होने जा रहे हैं। इस पर एसटीएफ की मुख्यालय और फील्ड इकाई वाराणसी की टीम गुडंबा इलाके में पहुंची तो पता लगा कि पांडे अपने साथियों के साथ कानपुर रोड की तरफ जा रहा है। उन्होंने बताया कि हवाई अड्डे के आगे कानपुर मार्ग पर तड़के चार बजकर 20 मिनट के आसपास एक गाड़ी दिखाई दी। उसे रोकने की कोशिश की गई तो चालक ने वाहन की रफ्तार बढ़ा दी और गाड़ी में सवार लोगों ने पुलिस पर गोलियां चलाईं।
हड़बड़ी में बदमाशों की गाड़ी सड़क के किनारे पेड़ से टकराकर रुक गई तभी उसमें से बाहर निकले लोग एसटीएफ पर गोली चलाने लगे। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश की मौत हो गई जिसकी पहचान हनुमान पांडे के रूप में हुई। उन्होंने बताया की एसटीएफ को पांडे की अरसे से तलाश थी। उस पर 50,000 रुपये का इनाम घोषित था। उस पर हत्या, लूट तथा अन्य जघन्य वारदात के 12 मुकदमे दर्ज थे। पुलिस ने मुठभेड़ स्थल से दो पिस्तौल, कारतूस, दो मोबाइल फोन भी बरामद किए । एक एसयूवी भी बरामद की गयी ।