Chief Minister Adityanath
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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निषिद्ध क्षेत्रों में प्रतिबंधों को सख्ती से लागू करने का निर्देश देते हुए शुक्रवार को कहा कि कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए हर स्तर पर सावधानी जरूरी है। योगी ने कहा, ”निषिद्ध क्षेत्रों में प्रतिबंधों को सख्ती से लागू किया जाए, लेकिन साथ ही सुनिश्चित किया जाए कि वहां रहने वालों को आवश्यक सामग्री की उपलब्धता में कोई असुविधा न हो।” राज्य मुख्यालय स्थित ‘समेकित कमान और नियंत्रण केन्द्र’ में चिकित्सा शिक्षा विभाग के विशेष सचिव स्तर के अधिकारी को तैनात करने का निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि इससे यह केन्द्र और अच्छा काम कर सकेगा।

योगी ने कहा कि अनलॉक-3.0 के सम्बन्ध में भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के क्रम में प्रदेश शासन के निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने निषिद्ध क्षेत्र के बाहर जिन गतिविधियों को शुरू करने की अनुमति दी गई है उन्हें निर्धारित दिशा-निर्देशों के अनुरूप संचालित कराये जाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में अनलॉक3.0 की समीक्षा कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा, ”कोरोना वायरस संक्रमण की चेन को तोड़ने के लिए प्रत्येक स्तर पर पूरी सावधानी और सतर्कता आवश्यक है। इसलिए लोगों को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए।”

उन्होंने कहा कि जागरूकता अभियान में मास्क के अनिवार्य उपयोग तथा दो गज की दूरी को बनाये रखने के सम्बन्ध में आम जन को जानकारी अवश्य दी जाए। अधिक से अधिक लोगों को आरोग्य सेतु ऐप तथा आयुष कवच कोविड ऐप डाउनलोड करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। मुख्यमंत्री ने 1.15 लाख कोविड-19 टेस्ट प्रतिदिन करने पर संतोष व्यक्त करते हुए कहा, ‘‘’डोर टू डोर सर्वे’ तथा ‘कांटैक्ट ट्रेसिंग’ के कार्य को तत्परता से किया जाए। सुनिश्चित किया जाए कि इनमें कोई लापरवाही ना हो। संक्रमित व्यक्ति को चिह्नित कर समय पर उसे अस्पताल भेजकर उसका इलाज सुनिश्चित किया जाए।”

उन्होंने कहा कि अतिरिक्त एम्बुलेंस की व्यवस्था के लिए सीएसआर निधि (कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी) का उपयोग किया जाए। एम्बुलेंस कर्मियों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए उनका प्रशिक्षण कार्यक्रम निरन्तर जारी रखा जाए। योगी ने बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में प्रभावित लोगों को हरसम्भव राहत और मदद उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा, ‘‘प्रभावित जनता को राहत सामग्री उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनके लिए समुचित चिकित्सीय प्रबन्ध भी किये जाएं। पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था की जाए। राहत कार्यों के लिए आवश्यकतानुसार अतिरिक्त नावों की व्यवस्था भी की जाए।” उन्होंने गौ आश्रय स्थल में गोवंश के लिए हरे चारे की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।(एजेंसी)