लखनऊ. 25 नवंबर को उत्तर प्रदेश में राज्यसभा (Rajya Sabha Election in UP) की 10 सीटें खली हो रही हैं. दूसरी ओर भाजपा अपनी उम्मीदवारों की सूची जारी कर चुकी है. भाजपा ने उत्तरप्रदेश से 8 प्रत्याशियों के नाम की घोषणा की है. इस सूचि में एक ऐसा नाम भी शामिल है जिसे देखकर सब हैरान हैं. 4 बार राष्ट्रपति पदक से भी सम्मानित किए गए IPS बृजलाल कभी मायावती के बेहद करीबी रहे थे अब भाजपा के लिए अहम भूमिका में आए नज़र.
जनवरी 2015 में भारतीय पुलिस सेवा (IPS) के 1977 बैच के अफसर बृजलाल भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए थे. योगी आदित्यनाथ सरकार ने पूर्व IPS बृजलाल को 2018 में उत्तर प्रदेश के अनुसूचित जाति और जनजाति आयोग का अध्यक्ष नियुक्त किया था.
मायावती ने बना दिया था DGP
वर्ष 2007 में बृजलाल उत्तर प्रदेश में एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) के रूप में तैनात थे, और उसी साल प्रदेश में हुए विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी (BSP) पॉवर में आई. उस समय मायावती ने मुख्यमंत्री की कुर्सी संभाली, तभी बृजलाल के साथ उनके ताल्लुकात काफी अच्छे हो गए. सितंबर 2011 में मायावती ने सारे नियमों और 2 वरिष्ठ पुलिस अफसरों की जगह बृजलाल को तरक्की देते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक (DGP) बना दिया.
हालांकि वह इस पद पर महज 3 महीने ही रह सके थे. जनवरी 2012 में विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग ने IPS बृजलाल को DGP पद से हटा दिया. इस फैसले का BJP समेत कई पार्टियों ने स्वागत भी किया था. वहीं, मार्च 2012 में उत्तर प्रदेश में सरकार बदल गई और अखिलेश यादव सत्ता में आए लेकिन उन्होंने बृजलाल को पद पर बहाल नहीं किया. बृजलाल की गिनती उत्तर प्रदेश में ताकतवर अफसरों में की जाती रही है.
बीजेपी का दामन थामा
मायावती के करीबी थे तो माना जा रहा था कि बृजलाल बहुजन समाज पार्टी में शामिल हो सकते हैं, लेकिन सत्ता पलटने के साथ बृजलाल भी बदलते नज़र आए और जनवरी 2015 में उन्होंने भाजपा में शामिल होकर सभी को चौका दिया और वही से हुई बृजलाल के राजनीतिक करियर की शुरुआत.
बाहुबली अफसर की छवि
बृजलाल, उत्तरप्रदेश के बाहुबली अफसरों में से एक हैं. उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर के एक दलित परिवार में जन्मे बृजलाल 20 किलोमीटर पैदल स्कूल जाया करते थे. जब 1977 में उनका चयन भारतीय पुलिस सेवा में हुआ तो वह प्रयागराज चले गए. उन्होंने माफियाओं, डकैतों और आतंकियों के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए. बृजलाल को चित्रकूट में डकैतों के एनकाउंटर के लिए बतौर एडीजी अभियान की अगुवाई के लिए जाना जाता है. यही नहीं बृजलाल ने प्रशासनिक सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए किताबें लिखी हैं.
उत्तरप्रदेश मतदान की तारीख
निर्वाचन चुनाव आयोग के नोटिफिकेशन के अनुसार, इन 10 सीटों पर 27 अक्टूबर को नामांकन और 9 नवंबर को मतदान होंगे. 8 सीटें भाजपा के खाते में जा रही हैं, वहीं एक समाजवादी पार्टी के खाते में जा रही है. मतदान के दिन ही शाम को वोटों की गिनती शुरू कर दी जाएगी और 11 नवंबर को नतीजे भी घोषित कर दिए जाएंगे.