यमुना एक्सप्रेस वे पर बनेगी फिल्मसिटी, इंफोटेनमेंट जोन भी

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– राजेश मिश्र

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की योगी सरकार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) के यमुना एक्सप्रेस वे प्राधिकरण में 1000 एकड़ में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेन्ट जोन बनाएगी. उत्तर प्रदेश में एक बार फिर से फिल्मसिटी बनाने की कवायद शुरु हुयी है. प्रदेश की योगी सरकार इसको लेकर खासी गंभीर है और बीते एक हफ्ते में ही न केवल इसके लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जमीन चिन्हित कर ली गयी है बल्कि तीन दर्जन से ज्यादा फिल्मी हस्तियों से बातचीत भी कर ली गयी है.

दरअसल हाल ही में ड्रग्स, सुशांत आत्महत्या सहित कई अन्य मामलों में विवादों में घिरी मुंबईया फिल्म इंडस्ट्री के बरअक्स यूपी के मुखिया योगी आदित्यनाथ फिल्मकारों को एक विकल्प देना चाहते हैं जहां न केवल फिल्म निर्माण को प्रोत्साहन दिया जाएगा बल्कि इसके लिए सहूलियतें व सब्सिडी भी दी जाएगी.

मंगलवार को वालीवुड के दो दर्जन से ज्यादा फिल्मकारों ने प्रस्तावित फिल्मसिटी को लेकर मुख्यमंत्री के साथ बातचीत की जिनमें अनुपम खेर, परेश रावल, उदित नारायण, नितिन देसाई, कैलाश खेर, अनूप जलोटा, अशोक पंडित, सतीश कौशिक सहित जैसे अनेक दिग्गज शामिल थे.

इससे पहले रविवार को मशहूर बालीवुड फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राजधानी में मुलाकात की और फिल्म सिटी की संभावनाओं पर बातचीत की. मधुर भंडारकर से पहले बालीवुड अभिनेता व उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से सांसद रविकिशन, भाजपा सांसद मनोज तिवारी, गायक अनूप जलौटा व मशहूर अभिनेत्री कंगना रानौत उत्तर प्रदेश में फिल्म सिटी के निर्माण की योजना का स्वागत कर चुकी हैं.

मंगलवार को फिल्मकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री  योगी आदित्यनाथ  ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में अपूर्णता का कोई स्थान नहीं. यहां अधूरा कुछ नहीं होता. यह राम की अयोध्या, कृष्ण की मथुरा, शिव की काशी के साथ ही बुद्ध, कबीर और महावीर की भी धरती है. गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम है. यह सभी ‘पूर्णता के प्रतीक’ हैं. उत्तर प्रदेश अपनी इसी परंपरा को गति प्रदान करते हुए एक भव्य,आपकी जरूरतों को पूर्ण करने वाला दिव्य और सर्वसुविधायुक्त ‘पूर्ण फ़िल्म सिटी’ का विकास कर दुनिया को एक उपहार देगा.

उन्होंने कहा कि फिल्म निर्माण को बढ़ावा देने और स्थानीय प्रतिभाओं को विशेष अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में मॉडर्न फिल्म सिटी और इन्फोटेनमेन्ट जोन की स्थापना का निर्णय लिया है. उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास रहेगा कि इसे सर्वोत्कृष्ट डेडिकेटेड इंफोटेनमेंट जोन के रूप में विकसित किया जाए. आने वाला समय ओटीटी व मीडिया स्ट्रीमिंग का है. इसके लिए हाई कैपेसिटी, वर्ल्ड क्लास डाटा सेंटर की स्थापना भी इंफोटेनमेंट जोन में की जाएगी.

उन्होंने कि हम कंटेंट डिस्ट्रीब्यूशन के लिए स्मूथ व फूलप्रूफ व्यवस्था के साथ-साथ टैक्स एक्जेम्शन की सुविधा पर भी विचार कर रहे हैं. सभी के सहयोग से यह फिल्मसिटी जल्द ही आकार लेगी.

मंगलवार की बैठक में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अनेक सिने हस्तियों की मौजूदगी में यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के सीईओ अरुनवीर ने प्रस्तावित फ़िल्म सिटी के संबंध में एक प्रस्तुतिकरण भी दिया. उन्होंने बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे सेक्टर-21 में लगभग 1,000 एकड़ भूमि पर इसका विकास होगा. इसमें 220 एकड़ कॉमर्शियल एक्टिविटी के लिए आरक्षित होगा. यह मथुरा-वृंदावन से 60 और आगरा से 100 किमी की दूरी पर है.

यहां फ़िल्म सिटी के लिए जरूरी इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ-साथ 35 एकड़ में फ़िल्म सिटी पार्क भी विकसित करेंगें. यह क्षेत्र रेल और सड़क परिवहन से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है. एशिया का सबसे बड़ा जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट समीप ही है. यह भी शीघ्र तैयार हो जायेगा. इसे मेट्रो, रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम और हाई स्पीड ट्रेन से भी जोड़ने की योजना है.

मुख्यमंत्री से बातचीत में फिल्म निर्माता और रजनीकांत की बेटी सौंदर्या ने कहा कि भारत में अब भी एनिमेशन इंडस्ट्री नहीं है. आज की फिल्मों में इसका बड़ा असर है. यूपी में अगर इस दिशा में कोशिश हो, तो  बड़ी सुविधा होगी. अनुपम खेर ने कहा कि यूपी की फ़िल्म सिटी यूपी में तो होगी लेकिन पूरी दुनिया इसे अपना मानेगी. चेयरमैन नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा, परेश रावल ने कहा कि फ़िल्म पटकथा लेखन को लेकर योगी जी कोई प्रयास करें तो बहुत सहायता मिलेगी. यह रीजनल सिनेमा को भी पुनर्जीवन देने वाला आयाम सिद्ध होगा.