Gang-War
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    चित्रकूट/लखनऊ: जिले की रगौली जेल (Ragouli Jail) में शुक्रवार को आपसी विवाद में एक बंदी ने दो अन्य कैदियों (Inmates) की गोली मारकर हत्या (Murder) कर दी। बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने संक्षिप्त मुठभेड़ (Encounter) में उसे भी मार गिराया। दिन में एक सवाल के जवाब में जेल अधिकारी ने बताया था कि दोनों गिरोहों के बीच हो रहे झगड़े का बीच-बचाव करने गए एक सुरक्षाकर्मी का सर्विस रिवाल्वर छीनकर बंदी दीक्षित ने अन्य दो कैदियों पर गोली चलाई जिसमें उनकी मौत हो गई। देर दिन में पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के. सत्यनारायण से सवाल करने पर उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन इस मामले की जांच कर रहा है कि बंदी के पास जेल में हथियार कहां से आया।

    पुलिस के अनुसार, चित्रकूट की जिला जेल में शुक्रवार को दो गिरोहों के बीच लड़ाई में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने दूसरे गिरोह के बदमाशों मुकीम काला और मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। घटना के दौरान जेल के सुरक्षा कर्मियों के साथ संक्षिप्त मुठभेड़ में दीक्षित भी मारा गया। इस बीच मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच के लिए टीम गठित की है और कारागार महानिदेशक से तत्काल मामले की रिपोर्ट मांगी है।

    सरकारी प्रवक्ता ने बताया, ‘‘मुख्यमंत्री ने चित्रकूट जेल में आज हुई घटना का संज्ञान लेते हुए महानिदेशक कारागार से तत्काल रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने अगले छह घंटे में आयुक्त चित्रकूट डीके सिंह, पुलिस महानिरीक्षक चित्रकूट परिक्षेत्र के. सत्यनारायण, उप महानिरीक्षक कारागार मुख्यालय संजीव त्रिपाठी की संयुक्त टीम को इस घटना की जांच कर आख्‍या उपलब्‍ध कराने का निर्देश दिया है।”

    चित्रकूटधाम परिक्षेत्र बांदा के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) के. सत्यनारायण ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ”शुक्रवार को करीब साढ़े दस बजे चित्रकूट जिला जेल में दो गिरोहों के बीच हुई लड़ाई में गैंगस्टर अंशुल दीक्षित ने शामली के खूंखार अपराधी मुकीम काला और वाराणसी के शातिर अपराधी मेराज अली की गोली मारकर हत्या कर दी। इस दौरान जेल के सुरक्षाकर्मियों ने उसे (अंशुल को) काबू करना चाहा, लेकिन उसने कुछ कैदियों को असलहे के बल पर बंधक बना लिया। बाद में सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई में अंशुल भी मारा गया।” यह पूछने पर कि जेल में अंशुल के पास हथियार कैसे पहुंचा?

    आईजी सत्यनारायण ने कहा, “घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए गए हैं, जांच निष्कर्ष से पता चलेगा कि जेल के अंदर हथियार कैसे पहुंचा होगा।” उन्होंने बताया कि जेल में मारे गए मुकीम काला, मेराज और अंशुल खूंखार अपराधी थे, इनके खिलाफ दर्जनों मामले दर्ज हैं। दिन में रगौली जिला जेल के जेलर एस.पी. त्रिपाठी ने बताया था कि जेल में कुछ कैदियों के बीच हुई आपसी झड़प के दौरान एक बंदी ने दो कैदियों की गोली मारकर हत्या कर दी, बाद में जेल सुरक्षाकर्मियों ने उसे भी मार गिराया। त्रिपाठी ने बताया था कि अभी फिलहाल जिले के वरिष्ठ अधिकारी घटनास्थल का निरीक्षण कर रहे हैं।

    सूत्रों के मुताबिक पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कैराना के लोगों के पलायन में मुकीम गैंग का नाम आया था जबकि मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली को मऊ जिले के बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी का करीबी बताया जाता था। दीक्षित ठेके पर हत्या करने वाला अपराधी था, जिसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज थे। अली पिछले 20 मार्च को जिला जेल बनारस से प्रशासनिक आधार पर चित्रकूट जेल लाया गया था, जबकि मुकीम काला को सात मई, 2021 को सहारनपुर जिला जेल से प्रशासनिक आधार पर चित्रकूट जेल में स्थानांतरित किया गया था। पुलिस की सुरक्षात्मक कार्रवाई में मारा गया तीसरा बंदी अंशुल दीक्षित प्रशासनिक आधार पर आठ दिसंबर, 2019 को जिला जेल सुलतानपुर से लाकर चित्रकूट जेल में रखा गया था।

    अधिकारी के मुताबिक, चित्रकूट जेल में घटना सुबह दस बजे हुई और दीक्षित ने मेराज और मुकीम की हत्या करने के बाद पांच बंदियों को असलहे का भय दिखाकर अपने कब्जे में लिया था और उन्हें मारने की धमकी दे रहा था। जेल की स्थिति अब नियंत्रण में है। (एजेंसी)